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आत्म-सम्मान और परिवार की प्रतिष्ठा सर्वोपरि : ​रोहिणी

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रोहिणी आचार्य ने इस पोस्‍ट में एक बार फिर से दोहराया है कि उनके लिए राजनीति से कहीं ज्यादा जरूरी उनका आत्म-सम्मान और अपने माता-पिता की प्रतिष्ठा है. उन्‍होंने लिखा “मेरे लिए मेरे परिवार की इज़्ज़त ही सबसे ऊपर है.”

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इस कारण आहत और दुखी हैं रोहिणी

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बताते चलें, संजय यादव के बिहार अधिकार यात्रा के रथ पर बैठने को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए थे. तेजस्‍वी के कहने पर लालू यादव ने उल्‍टे रोहिणी को ही समझाना शुरू कर दिया है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर ‘ट्रोल गैंग’ सक्रीय हो गया है. सोशल मीडिया पर रोहिणी आचार्य को राजनीतिक मंशा रखने वाली बताया जा रहा है. रोहिणी ने ऐसे लोगों को आड़े हाथ लिया है. रोहिणी ने लिखा यह सब “पेड मीडिया” और “पार्टी हड़पने की कुत्सित मंशा रखने वालों” की साजिश है. इन जिससे रोहिणी आचार्य दुखी हैं.

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इसे भी पढ़ें: INSIDE STORY 2 पढ़कर जान जाएंगे एक-एक बात! क्‍यों आहत होकर रोहिणी सिंगापुर लौटीं और प्राइवेट कर दिया ‘X’ अकाउंट

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RJD के भीतर के लोगों के राजनीति की शिकार हुई रोहिणी आचार्य? लालू की बेटी का सोशल मीडिया पर छलका दर्द

Prabhat Khabar
21 Sep, 2025
RJD के भीतर के लोगों के राजनीति की शिकार हुई रोहिणी आचार्य? लालू की बेटी का सोशल मीडिया पर छलका दर्द

Lalu Family Controversy: रोहिणी आचार्य ने अपने पिता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को किडनी देकर नई जिंदगी दी. वो इन दिनों खुद को ठगा महसूस कर रही हैं. सियासी हलचल और सोशल मीडिया ट्रोलिंग से आहत होकर वे नाराजगी में सिंगापुर लौट गईं और पोस्ट के जरिए अपना दर्द बयां किया है.

Lalu Family Controversy: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी वो बेटी जिसने अपने पिता को किडनी देकर उनकी जान बचाई. आज वो अपने आप को ठगा महसूस कर रही हैं. जिसका नतीजा है कि वो नाराज होकर विधानसभा चुनाव बीच में छोड़कर सिंगापुर वापस चली गईं हैं. शनिवार को पूरे दिन शांत रहने के बाद रविवार को फिर उन्‍होंने ने सोशल मीडिया पर पोस्‍ट किया है. इस पोस्‍ट में उन्‍होंने अपना दर्द बयां किया है.

मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं

रोहिणी ने फेसबुक और ‘X’ दोनों पर एक पोस्ट लिखकर अपनी पीड़ा सुनाते हुए लिखा कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है. रोहिणी ने इस पोस्‍ट में साफ लिखा है कि सा‍जिश के तहत उनकी छवि को खराब किया जा रहा है. जो उनके आत्‍मसम्‍मान के खिलाफ है. रोहिणी ने कहा, मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा न कभी रही, न है और ना ही आगे रहेगी. न विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा, न राज्यसभा जाने की आकांक्षा. न किसी पद की लालसा और न ही परिवार के किसी सदस्य से प्रतिद्वंद्विता.

आत्म-सम्मान और परिवार की प्रतिष्ठा सर्वोपरि : ​रोहिणी

रोहिणी आचार्य ने इस पोस्‍ट में एक बार फिर से दोहराया है कि उनके लिए राजनीति से कहीं ज्यादा जरूरी उनका आत्म-सम्मान और अपने माता-पिता की प्रतिष्ठा है. उन्‍होंने लिखा “मेरे लिए मेरे परिवार की इज़्ज़त ही सबसे ऊपर है.”

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इस कारण आहत और दुखी हैं रोहिणी

बताते चलें, संजय यादव के बिहार अधिकार यात्रा के रथ पर बैठने को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए थे. तेजस्‍वी के कहने पर लालू यादव ने उल्‍टे रोहिणी को ही समझाना शुरू कर दिया है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर ‘ट्रोल गैंग’ सक्रीय हो गया है. सोशल मीडिया पर रोहिणी आचार्य को राजनीतिक मंशा रखने वाली बताया जा रहा है. रोहिणी ने ऐसे लोगों को आड़े हाथ लिया है. रोहिणी ने लिखा यह सब “पेड मीडिया” और “पार्टी हड़पने की कुत्सित मंशा रखने वालों” की साजिश है. इन जिससे रोहिणी आचार्य दुखी हैं.

इसे भी पढ़ें: INSIDE STORY 2 पढ़कर जान जाएंगे एक-एक बात! क्‍यों आहत होकर रोहिणी सिंगापुर लौटीं और प्राइवेट कर दिया ‘X’ अकाउंट

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