Bihar News: बिहार में 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली सड़क और पुल परियोजनाओं की मुख्यालय से सीधे लाइव मॉनीटरिंग होगी. इसके तहत मुख्यालय में बैठे आला अधिकारी और इंजीनियर अपने टीवी स्क्रीन, मोबाइल या फिर लैपटॉप पर ही विभाग की किसी भी परियोजना को लाइव देखकर उसका निरीक्षण कर सकेंगे. साथ ही जरूरी निर्देश दे सकेंगे. इसके लिए उन्हें निर्माण स्थल पर जाना नहीं होगा. निर्माण में समस्या होगी तो उसका तुरंत समाधान होगा.
इस तरह से की जायेगी लाइव मॉनीटरिंग
इस पहल से यह फायदा हो सकेगा कि समय और श्रम बचेगा और निर्माण कार्य की गति तेज होगी. मुख्यालय से लाइव मॉनीटरिंग के लिए ड्रोन सर्विलांस सिस्टम विकसित होगा. सूत्रों के अनुसार, इस व्यवस्था में विभाग की फ्लैगशिप और मेगा परियोजनाएं शामिल हैं. इसमें लाइव मॉनीटरिंग के अलावा परियोजना के निर्माण के हर रोज का वीडियो संबंधित अधिकारी और इंजीनियर की तरफ से हर तारीख के अनुसार विभाग के डैश बोर्ड पर अपलोड किया जायेगा.
दरअसल, यह वीडियो हर 15 दिन के अंतराल पर हर हाल में विभाग के डैश बोर्ड पर उपलब्ध करवाना होगा. इसका मकसद पथ निर्माण विभाग की परियोजनाओं का निर्माण तय समय पर गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करना है. इसके तहत विभाग के अंतर्गत वाले एनएच, एसएच सहित पुलों का निर्माण शामिल हैं. इसमें बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड की परियोजनाएं शामिल हैं.
इन्हें मिली है जिम्मेदारी
मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी बीआरपीएनएनएल के एमडी और बीएसआरडीसीएल के सीजीएम को दी गयी है. इसके अलावा पथ निर्माण विभाग के सभी मुख्य इंजीनियरों को अपने-अपने क्षेत्रों में सप्ताह में एक दिन परियोजनाओं का स्थल निरीक्षण अनिवार्य रूप से करना होगा. मुख्य इंजीनियर भी स्थल निरीक्षण के तुरंत बाद अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजेंगे. ऐसे में लाइव मॉनीटरिंग और स्थल निरीक्षण के रिपोर्टों की मिलान कर सड़क और पुल परियोजनाओं के निर्माण में आ रही बाधाओं का जल्द से जल्द समाधान किया जायेगा. परियोजनाओं के कामकाज में तेजी आयेगी.





