संवाददाता, पटना
बिहार के विकास को नयी रफ्तार देने के लिए राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. बिहार सरकार के योजना एवं विकास विभाग और द कन्वर्जेंस फाउंडेशन (टीसीएफ) के बीच तीन साल की रणनीतिक साझेदारी शुरू हो गयी है. यह समझौता मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की मौजूदगी में हुआ. सरकार की ओर से विभाग के प्रधान सचिव के सेंथिल कुमार, सचिव कंवल तनुज समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. टीसीएफ की टीम में प्रवीण खांगटा, अदिति एल्हंस और अन्य विशेषज्ञ शामिल थे. इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य बिहार को निवेश के लिए आकर्षक बनाना, रोजगार बढ़ाना और लोगों की जिंदगी बेहतर करना है. टीसीएफ सरकार को मुफ्त (प्रो-बोनो) आधार पर विशेषज्ञ सलाह देगी. यह मदद सीधे टीसीएफ से या उसके जुड़े संगठनों के जरिए मिलेगी. राज्य सरकार के साथ साझेदारी के प्रमुख क्षेत्रों में निवेश और कारोबार आसान बनाना हैं. इसके तहत नियमों को सरल करना, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सुधारना, नये निवेशकों को आकर्षित करना और निर्यात को बढ़ावा देना है. इससे बिहार में फैक्टरियां और कंपनियां बढ़ेंगी, नौकरियां पैदा होंगी. साथ ही क्षेत्रीय विकास के तहत राज्य के अलग-अलग इलाकों में संतुलित विकास के लिए नयी योजनाएं बनायी जायेंगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है





