Ayodhya Flag Hoisting: नव्य अयोध्या की संरचना वैदिक संस्कृति और वास्तु सिद्धांतों से प्रेरित है. नागर शैली में निर्मित भव्य राम मंदिर इस योजना का केंद्र है, जो गुप्तकालीन परंपरा को पुनर्जीवित करता है.
- 750 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा भव्य रामायण संग्रहालय (टेम्पल म्यूजियम) पर्यटकों को विशेष आध्यात्मिक अनुभव देगा.
- 3डी मॉडल्स, डिजिटल गैलरी, लाइट एंड साउंड शो और राम वन गमन पथ की जीवंत प्रस्तुति इसकी प्रमुख विशेषताएं होंगी.
- 108 प्राचीन तालाबों का पुनरुद्धार, सरयू घाटों का कायाकल्प और ऐतिहासिक परिक्रमा मार्गों का विकास वैदिक जल-संरक्षण एवं विरासत संरक्षण के प्रतीक बन रहे हैं.
- श्री राम हेरिटेज वॉक, जिसमें 162 टेराकोटा म्यूरल्स रामायण कथाओं को दर्शाएंगे, शहर की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई देगा.
विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होगा शहर, धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई ऊर्जा
- महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया भर के पर्यटकों का स्वागत करेगा.
- अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का विस्तारीकरण और प्रस्तावित मेट्रो नेटवर्क से यात्रियों को निर्बाध आवागमन मिलेगा.
- स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, अंडरग्राउंड ड्रेनेज नेटवर्क और वेस्ट मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी शहर को स्वच्छ और सुव्यवस्थित बनाएगी.
- 550 एकड़ की नव्य अयोध्या टाउनशिप में अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिसिटी डक्ट्स, ईवी चार्जिंग स्टेशन और आधुनिक शहरी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं.
- फ्लेमिश यूनिवर्सिटी के सहयोग से विश्व स्तरीय योग-आयुर्वेद और वेलनेस केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं.
हरित विकास—अयोध्या का नया पर्यावरणीय मॉडल
- 15,000 पेड़ों का मियावाकी तकनीक से रोपण कर ग्रीन बेल्ट विकसित की जा रही है.
- वैदिक फॉरेस्ट, इको-सेंसिटिव जोन और सरयू तटों पर वेटलैंड्स को जैव-विविधता हॉटस्पॉट में बदला जा रहा है.
- यूपी सोलर पॉलिसी-2022 के तहत अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे ‘सन सिटी’ की प्राचीन पहचान फिर स्थापित होगी.
स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार को नए अवसर
योगी सरकार के विजन में अयोध्या केवल धार्मिक पर्यटन का केंद्र नहीं, बल्कि आर्थिक गतिविधियों का नया हब भी बनेगी.
- अवधी थीम आधारित बाजारों में हस्तशिल्प, पारंपरिक वस्त्र और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा.
- दीपोत्सव और अन्य सांस्कृतिक पर्वों के माध्यम से इवेंट-आधारित पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
- हेरिटेज वॉक, सांस्कृतिक सर्किट और महिला-युवा केंद्रित गतिविधियों से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होंगे.
विकास और विरासत का परिपूर्ण संतुलन—नये भारत की तस्वीर बनेगी अयोध्या
- अयोध्या आस्था, तकनीक और प्रकृति का त्रिवेणी संगम बनेगी
- युवा पीढ़ी के लिए नए रोजगार और उद्यमिता के अवसर खुलेंगे
- शहर वैश्विक धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा
- नयी अयोध्या—नये भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान बनने की ओर तेजी से अग्रसर है.





