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सरकारी राशि डकारने का है आरोप

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थाना में दिए आवेदन में बताया गया है कि जिला परिवहन कार्यालय के RTPS काउंटर के द्वारा वाहन टैक्स (MV Tax) और इ-चालान के माध्यम से जमा हुई सरकारी राशि को सरकारी खाते में जमा करना था. इसके लिए जिन कर्मियों को नियुक्त किया गया था उन्होंने गंभीर लापरवाही और गड़बड़ी की. यह प्रथम दृष्टया आपराधिक कृत्य लग रहा है.

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डाटा इंट्री ऑपरेटर ने गलती स्वीकारी, कुछ पैसे जमा कर दिए

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आवेदन में जिक्र किया गया है कि जांच के दौरान तत्कालीन डाटा इंट्री ऑपरेटर और प्रोग्रामर भी मौजूद थे. तत्कालीन डाटा इंट्री ऑपरेटर अजय कुमार सिंह हैं जो अभी आरा में परिवहन परिवहन कार्यालय में कार्यरत है. अजय कुमार सिंह ने अपनी गलती स्वीकार की है और 15 लाख 99 हजार 75 रुपए जमा किया है. शेष राशि जमा करने के लिए नोटिस दिया गया लेकिन तत्कालीन डाटा इंट्री ऑपरेटर और प्रोग्रामर ने 31 अगस्त 2025 तक उस राशि को सरकारी खाते में जमा नहीं की.

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बिहार में परिवहन कार्यालय के कर्मियों ने दो करोड़ रुपए गबन किए! DTO ने केस दर्ज कराया

Prabhat Khabar
6 Aug, 2025
बिहार में परिवहन कार्यालय के कर्मियों ने दो करोड़ रुपए गबन किए! DTO ने केस दर्ज कराया

Bihar News: रोहतास के परिवहन कार्यालय के कुछ कर्मचारियों ने सरकारी राशि को सरकारी खाते में जमा नहीं किया और पैसे डकार लिए. अब डीटीओ ने थाने में केस दर्ज कराया है.

बिहार में सरकारी राशि के घोटाले का मामला सामने आया है. रोहतास के सासाराम में जिला परिवहन कार्यालय से जुड़ा यह मामला है. इस कार्यालय के चार कर्मचारियों पर दो करोड़ बावन लाख रुपए गबन करने का आरोप है. जिला परिवहन पदाधिकारी ने नगर थाने में केस दर्ज कराया है.

जिला परिवहन पदाधिकारी ने केस दर्ज करवाया

रोहतास के जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. परिवहन कार्यालय के चार कर्मचारियों पर केस दर्ज हुआ है. सरकारी राजस्व राशि को सरकारी खाते में जमा नहीं कराए जाने का यह मामला है.

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सरकारी राशि डकारने का है आरोप

थाना में दिए आवेदन में बताया गया है कि जिला परिवहन कार्यालय के RTPS काउंटर के द्वारा वाहन टैक्स (MV Tax) और इ-चालान के माध्यम से जमा हुई सरकारी राशि को सरकारी खाते में जमा करना था. इसके लिए जिन कर्मियों को नियुक्त किया गया था उन्होंने गंभीर लापरवाही और गड़बड़ी की. यह प्रथम दृष्टया आपराधिक कृत्य लग रहा है.

डाटा इंट्री ऑपरेटर ने गलती स्वीकारी, कुछ पैसे जमा कर दिए

आवेदन में जिक्र किया गया है कि जांच के दौरान तत्कालीन डाटा इंट्री ऑपरेटर और प्रोग्रामर भी मौजूद थे. तत्कालीन डाटा इंट्री ऑपरेटर अजय कुमार सिंह हैं जो अभी आरा में परिवहन परिवहन कार्यालय में कार्यरत है. अजय कुमार सिंह ने अपनी गलती स्वीकार की है और 15 लाख 99 हजार 75 रुपए जमा किया है. शेष राशि जमा करने के लिए नोटिस दिया गया लेकिन तत्कालीन डाटा इंट्री ऑपरेटर और प्रोग्रामर ने 31 अगस्त 2025 तक उस राशि को सरकारी खाते में जमा नहीं की.

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