भगवानपुर हाट. मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में शुक्रवार दोपहर से तीन दिवसीय मिट्टी जांच प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई. कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डॉ जितेंद्र प्रसाद, मृदा वैज्ञानिक डॉ कन्हैया लाल रैगर एवं वैज्ञानिक डॉ पवन कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मृदा वैज्ञानिक डॉ कन्हैया लाल रैगर की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है. प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए 22 बेरोजगार युवक-युवतियां भाग ले रहे हैं. डॉ रैगर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को मिट्टी जांच का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि गांव स्तर पर ही किसानों को अपने खेतों की मिट्टी जांच की सुविधा मिल सके. उन्होंने कहा कि मिट्टी जांच के आधार पर यदि किसान संतुलित मात्रा में खाद का उपयोग करते हैं, तो फसल की उपज बेहतर होती है और खेत की उर्वरता भी बनी रहती है. उन्होंने अंधाधुंध रासायनिक खाद के उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों पर भी प्रकाश डाला. प्रशिक्षण में मनीष कुमार यादव, शिवानी सिंह, मनीषा कुमारी, अन्नू कुमारी, रामजी उपाध्याय, ध्रुप सिंह सहित अन्य प्रतिभागी शामिल हुए.
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