हजारीबाग. झारखंड राज्य अनुसूचित जाति, जनजाति अधिकार मोर्चा एवं अखिल भारतीय पासी समाज के संयुक्त तत्वावधान में चक्रवर्ती राजा शिरोमणि महाराजा बिजली पासी की जयंती केबी सहाय पार्क में गुरुवार को मनायी गयी. प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश कुमार पासवान ने कहा कि महाराजा बिजली पासी 12वीं शताब्दी के महानायक थे, लेकिन आज तक उन्हें इतिहास में जगह नहीं दी गयी. उन्होंने भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार से इनकी वीर गाथाओं को सिलेबस में शामिल करने की मांग की. केंद्रीय अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि दलित समाज में बहुत से वीर राजा-महाराजा हुए, जिसमें महाराजा बिजली पासी प्रमुख थे. बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो माधो राम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पासी साम्राज्य का इतिहास राजा-महाराजाओं की वीर गाथाओं से भरा पड़ा है. जिलाध्यक्ष विजय चौधरी ने कहा 11वीं 12वीं शताब्दी में महाराजा बिजली पासी, महाराजा लाखन पासी, महाराजा माहे पासी, महाराजा क्षिता पासी, महाराजा सातन पासी, महाराजा डालदेव पासी, महाराजा सुहेलदेव पासी जैसे कई राजा-महाराजा हुए. जिन्होंने बाहरी आक्रमणकारियों से लड़ते हुए अपने आप को शहीद कर दिया. संचालन राज्य कमेटी सदस्य जागेश्वर मुंडा ने की. कार्यक्रम में अधिकार मोर्चा के संरक्षक लालदेव चौधरी, अनिल कुमार रजक, जागेश्वर मुंडा, गौरी शंकर राम, पवन कुमार चौधरी, उदय नारायण पासवान, बबलू कुमार पासवान, दीपक कुमार पासवान, डॉ शंकर चौधरी, प्रमोद कुमार दास, इंद्रनाथ रजक, आरके चौधरी, सूबेदार चौधरी आदि उपस्थित थे.
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