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Mother Nutri Foods IPO: खुल गया मदर न्यूट्री फूड्स का आईपीओ, बस दो दिन ही है पैसा पीटने का मौका

Mother Nutri Foods IPO: खुल गया मदर न्यूट्री फूड्स का आईपीओ, बस दो दिन ही है पैसा पीटने का मौका
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Mother Nutri Foods IPO: मदर न्यूट्री फूड्स का आईपीओ 26 से 28 नवंबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है. 111–117 रुपये प्राइस बैंड और 0% जीएमपी के साथ यह इश्यू बीएसई एसएमई पर 3 दिसंबर को लिस्ट होगा. कंपनी ने 31.67 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 7.92 करोड़ रुपये का ओएफएस पेश किया है. बी2बी नट-बेस्ड स्प्रेड्स बनाने वाली यह कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी से विस्तार कर रही है. वित्तीय प्रदर्शन मजबूत है, लेकिन लिस्टिंग गेन सीमित दिख रहे हैं.

Mother Nutri Foods IPO: शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है. वह यह है कि बुधवार को मदर न्यूट्री फूड्स का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) बुधवार 26 नवंबर 2025 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. सब्सक्रिप्शन विंडो 28 नवंबर 2025 तक खुला रहेगा. गुजरात की बी2बी पीनट बटर बनाने वाली कंपनी फ्रेश शेयर और ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) का मिक्स ऑफर पेश कर रही है, जिसमें ग्रे मार्केट प्रीमियम अभी 0% पर स्थिर है. कंपनी का आईपीओ बीएसई एसएमई पर लिस्ट होगा और लिस्टिंग की संभावित तारीख 3 दिसंबर है.

आईपीओ की संरचना और प्राइस बैंड

इस इश्यू में कुल 31.67 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 7.92 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल शामिल है. कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 111 रुपये से 117 रुपये प्रति शेयर रखा है. ऊपरी कीमत के हिसाब से एक रिटेल निवेशक को कम से कम 2,400 शेयरों के लिए आवेदन करना होगा. लिस्टिंग से पहले कंपनी ने 25 नवंबर को एंकर इन्वेस्टर्स से 10.99 करोड़ रुपये जुटाए हैं.

सब्सक्रिप्शन ब्रेकअप

कुल 33.84 लाख शेयर ऑफर पर हैं, जिनका विभाजन इस प्रकार है.

  • क्यूआईबी: 46.38%
  • एनआईआई: 13.94%
  • रिटेल इन्वेस्टर्स: 32.48%

कंपनी का बिजनेस मॉडल और वैश्विक पहुंच

मदर न्यूट्री फूड्स की स्थापना कोरोना महामारी के दौरान साल 2022 में हुई थी. कंपनी तेजी से बढ़ते बी2बी नट-बेस्ड स्प्रेड्स बाजार में काम करती है.
कंपनी अपने ब्रांड स्प्रीड एंड ईट के तहत 10 से अधिक फ्लेवर और 5 प्रमुख पीनट बटर वेरिएंट ऑफर करती है. इसके प्रोडक्ट मुख्य रूप से लीबिया, दुबई और जापान जैसे देशों में बिकते हैं. इसके अलावा कंपनी अमेरिका, ब्रिटेन जर्मनी, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों में बड़े इंटरनेशनल रिटेलर्स के लिए प्राइवेट-लेबल मैन्युफैक्चरिंग भी करती है.

आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल

कंपनी आईपीओ से मिले 23.19 करोड़ रुपये का इस्तेमाल उसी लोकेशन पर नई प्रोडक्शन फैक्ट्री तैयार करने और आम कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने में करेगी. यह विस्तार कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में बड़ा सुधार लाएगा.

कंपनी का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने 90.48 करोड़ रुपये का रेवेन्यू 6.47 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित की है. यह वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में 35% की प्रॉफिट ग्रोथ को दर्शाता है. इसका कर-पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) भी तेजी से बढ़कर 10.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.

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क्या निवेश करना चाहिए?

जीएमपी अभी 0% है, यानी निवेशकों ने प्री-लिस्टिंग प्रीमियम नहीं दिया. कंपनी का एक्सपोर्ट-हैवी बिजनेस मॉडल, मजबूत प्राइवेट-लेबल क्लाइंट बेस और बढ़ती मांग इसे लंबी अवधि के लिए आकर्षक बनाते हैं. हालांकि, एसएमई लिस्टिंग और छोटी ऑपरेटिंग हिस्ट्री निवेशकों की शुरुआती भावनाओं को थोड़ा कमजोर कर सकती है. लंबी अवधि के नजरिए से यह आईपीओ ग्रोथ-ड्रिवन कैटेगरी में आता है, लेकिन अल्पकालिक लिस्टिंग गेन की संभावना अभी सीमित दिख रही है.

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KumarVishwat Sen

लेखक के बारे में

KumarVishwat Sen

Contributor

कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं. और पढ़ें

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