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Mughal Harem Stories : बादशाह पर प्रभाव के लिए रानियां दूसरी औरतों का कराती थीं अबॉर्शन; फैलाती थीं ये झूठी खबर
The Mughal Harem Stories : मुगल हरम में बादशाह की प्रिय औरतें एक व्यवस्था के तहत एक साथ रहती थीं, जहां वो आपसी मेलजोल और प्यार का दिखावा करती थीं, जबकि सच्चाई यह थी कि उनके अंदर जलन, ईर्ष्या और नफरत की भावना होती थी. ये औरतें ना सिर्फ आपस में नफरत का भाव रखती थीं, बल्कि वे अपने पतियों के बुरे व्यवहार के प्रति भी क्रोध की भावना रखती थीं और मौका मिलने पर उसे प्रदर्शित भी कर देती थीं.
17/12/2025

Mughal Harem Stories : क्यों दिल्ली की सड़कों पर बिछी थीं लाशें, इज्जत बचाने के लिए कुएं में कूद रही थीं औरतें?
Mughal Harem Stories : औरंगजेब के निठल्ले उत्तराधिकारियों की वजह से दिल्ली ने फारस के शाह, नादिर शाह का आतंक देखा. उसने ऐसा कत्लेआम दिल्ली में मचाया कि उसके जाने के दो महीने बाद तक, जब लोग घरों से निकलते तो खौफ उनके चेहरे पर साफ दिखता था. इतिहासकार जदुनाथ सरकार ने अपनी किताब में उस काल के प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया है कि कैसे नादिर शाह और उसके सैनिकों ने दिल्ली के दिल को रौंदा और मौत और वहशीपन का नाटक दिल्ली में दो महीने तक चला.
12/12/2025

Mughal Harem Stories : जहांगीर की 300 बीवियों को पछाड़कर नूरजहां बनी थी उसके दिल की मल्लिका?
Mughal Harem Stories : मुगल काल की चर्चा हो और नूरजहां बेगम की चर्चा ना हो, ऐसा संभव नहीं है. इसकी वजह सिर्फ इतनी ही नहीं है कि वह मुगल बादशाह जहांगीर की पत्नी थी. इसके पीछे उस औरत की काबिलियत भी है. नूरजहां एक बेहतर प्रशासक, बेहतरीन ड्रेस डिजाइनर , कला की शौकीन और बेहतरीन पत्नी भी थी. उसने जहांगीर को इस कदर अपने प्रभाव में ले लिया था कि एक समय ऐसा भी था , जब दरबार के सभी फैसले नूरजहां की मर्जी से ही होते थे. नूरजहां के प्रभाव से कट्टरपंथियों को बहुत परेशानी भी थी.
10/12/2025

Mughal Harem Stories : जब अकबर के सीने पर इस हिंदू रानी ने खंजर रखकर बचाई थी लाज
Mughal Harem Stories : मुगल हरम में औरतें, बादशाह के आनंद और मनोरंजन के लिए रखी जाती थीं. उनकी तलाश उनके रूप और गुणों के आधार पर होती थी. मुगलों को अपने जैसी गोरी संतान चाहिए होती थी, इसलिए वे कश्मीर से औरतों को लाते थे. भारतीय औरतों में उन्हें बंगाली महिलाएं भी बहुत पसंद थीं. अकबर एक ऐसा राजा था, जिसे उस वक्त के लेखकों ने औरतों के पीछे दीवाना बताया था. वह नौरोज, खुशरोज और मीना बाजार जैसे आयोजनों के जरिए औरतों को चुनता था. ऐसे ही एक आयोजन के दौरान अकबर के सामने एक राजपूत रानी ने दुस्साहस किया और उसे अपने गलत इरादों को अंजाम देने से रोका था.
03/12/2025

Mughal Harem Stories : अकबर को थी शराब और अफीम की लत, कॉकटेल का शौकीन था जहांगीर
Mughal Harem Stories : मुगल बादशाह जहां अपने साम्राज्य विस्तार और शासन के लिए प्रसिद्ध हैं, वहीं उनकी शराब में रुचि भी काफी प्रसिद्ध है. जहांगीर तो कॉकटेल का शौकीन था, लेकिन अकबर के बारे में यह कहा जाता है कि वह शराब का सबसे बड़ा प्रेमी था. मुगल बादशाह सिर्फ शराब नहीं अफीम और तंबाकू का भी शौक रखते थे. नशे की लत ने अकबर के दो बेटों की जान जवानी में ही ले ली थी जिनका नाम था दानियल और मुराद.
02/12/2025

Mughal Harem Stories : मुगल हरम में बुढ़ापा मौत से बदतर, मरने के लिए अकेले कमरे में छोड़ दी जाती थीं औरतें
Mughal Harem Stories : बुढ़ापे के बारे में एक कहावत प्रचलित है-ना नारी रिझे, ना रिपु डरे, ना आदर करे नरेश. कुल मिलाकर यह कहा जा रहा है कि बुढ़ापा वह स्थिति है, जिसमें शारीरिक आकर्षण खत्म हो जाता है और इंसान की शक्ति भी खत्म हो जाती है. इस वजह से ना कोई उसकी ओर आकर्षित होता है और ना शत्रु और राजा सम्मान करते हैं. बस इसी स्थिति की शिकार मुगल हरम की औरतें भी बुढ़ापे में हो जाती थीं. उस वक्त विज्ञान ने इतनी तरक्की भी नहीं की थी, इसलिए उनका इलाज भी सही तरीके से नहीं पाता था. परिणाम यह होता था कि वे उपेक्षित हो जाती थीं और अकेली रह जाती थीं.
30/11/2025

Mughal Harem Stories : जब राजपूत महिलाओं का था हरम पर राज, कई दिनों तक मांस पकाने पर थी रोक
Mughal Harem Stories : मुगल, तुर्क-मंगोल वंश के थे, जिन्हें तुरानी कहकर भी संबोधित किया जाता है. इन्होंने अपने कुल का मान बनाए रखने के लिए अधिकतर शादियां ईरानी और तुर्कानी महिलाओं से की, लेकिन साम्राज्य विस्तार के दौरान इनका संबंध राजपूत रानियों से भी हुआ. राजपूत रानियां जब मुगल हरम पहुंची, तो अपने साथ लेकर आईं, हिंदू संस्कृति और उनकी पूजा विधि. अकबर के काल में सबसे अधिक राजपूत रानियां हरम में पहुंची और उनका प्रभाव भी दिखा. इस प्रभाव ने हरम की परंपराओं, खान-पान और त्योहारों पर असर डाला. हालांकि बाद के दिनों में कट्टरपंथियों को यह पसंद नहीं आया, जिसकी वजह से विवाह कम हुए, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि राजपूत रानियों ने हरम में अपने लिए जगह बनाई. उस जगह पर वे अपने हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार ही जीती थीं, जिसका असर हरम की राजनीति पर भी पड़ा.
29/11/2025

कहां है मुगलों की शान तख्त ए ताऊस, जिसको बनाने में लगा था 1150 किलो सोना, कोहिनूर और दरिया ए नूर हीरा
Mughal Empire : तख्त ए ताऊस (takht e taus), मुगलों का राजसिंहासन था. यह सिंहासन पूरी तरह सोने से बना था और इतिहासकार यह बताते हैं कि इसमें 1150 किलो सोना लगा था. हीरे, जवाहारात, कोहिनूर और दरिया ए नूर जैसे हीरे इसकी शोभा थे. पांचवें मुगल शासक शाहजहां, जिसने ताजमहल का निर्माण कराया था, उसी ने इस तख्त ए ताऊस का निर्माण भी कराया था. तख्त ए ताऊस यानी मोर सिंहासन मुगलों की शान का प्रतीक था, लेकिन जब उनकी शान नहीं रही, तो ईरान के शाह नादिर शाह ने इसे लूट लिया और अपने साथ ईरान लेकर गया.
25/11/2025

Tipu Sultan : कौन था लीजेंड टीपू सुल्तान जिसके लिए आज कहा जा रहा है-टीपू-ईपू को समुद्र में फेंको
Tipu Sultan : क्या भारतीय इतिहास के दो महानायक अकबर और टीपू सुल्तान महज बड़े शासक थे और उन्होंने ऐसा कोई कार्य नहीं किया,जिससे उन्हें महान की संज्ञा दी जाए? यह सवाल इसलिए क्योंकि एनसीईआरटी (NCERT) ने अपनी किताबों में उनके नाम से पहले ग्रेट शब्द हटा दिया है. इसके पीछे की वजह भी जाहिर हुई है, इसमें यह कहा गया कि उन्होंने कई लोगों पर क्रूरता की थी, इसलिए उन्हें सर्व स्वीकार्य महान नहीं माना जा सकता है. इतिहासकारों की मानें, तो महान शब्द वैसे शासकों के लिए प्रयोग किया जाता है, जिसके सत्ता का विस्तार बड़े भू-भाग तक हो और कमोबेश उसने अपने प्रजा के मन में अपने लिए जगह बना ली हो.
23/11/2025

Mughal Harem Stories : जब हरम की औरतों को सड़क पर नंगा कर पीटा गया और भूख से हुई रानियों की मौत
Mughal Harem Stories : मुगलों के हरम की शान ऐसी थी कि बादशाह के वजन के बराबर सोना, रानियों को उपहार दिया जाता था. बाबर अपनी बहनों, बेगमों को सोने की थाली जिसमें जवाहरात, रूबी और मोती, हीरे और अशरफियां भरी होती थीं,गिफ्ट देता था. मुगल बादशाहों के तोहफों की कीमत मिलियन में होती थी, उसी हरम की स्थिति ऐसी हुई कि रानियों को भूखों मरना पड़ा.
22/11/2025