Bondi Beach Shooter Arrested: सिडनी के बॉन्डी बीच पर रविवार को हुए भयावह आतंकवादी हमले ने पूरे ऑस्ट्रेलिया को हिलाकर रख दिया. 25 वर्षीय नेवेद अकरम और उनके पिता साजिद अकरम ने हनुका उत्सव के दौरान भीड़ पर गोलियां चला दीं. इस हमले में 15 लोगों की मौत हुई और 40 लोग घायल हुए. यह ऑस्ट्रेलिया में पिछले 30 साल का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला माना जा रहा है. हमले के बाद नेवेद अकरम को गोली लगी और वह कोमा में चला गया था. मंगलवार को (स्थानीय समयानुसार) वह होश में आया और जैसे ही डॉक्टरों ने उसे मानसिक रूप से ठीक पाया, पुलिस ने उसे अस्पताल के बिस्तर पर ही गिरफ्तार कर लिया. NSW पुलिस कमिश्नर माल लैनियन ने कहा कि गिरफ्तारी तब की गई जब नेवेद दवा के असर से बाहर था और कानूनी प्रक्रिया समझ सकता था.
Bondi Beach Shooter Arrested in Hindi: पिता साजिद अकरम की मौत
साजिद अकरम पुलिस की कार्रवाई में मारा गया. वो मूल रूप से हैदराबाद से था और 1998 में ऑस्ट्रेलिया आया था. उसने एक यूरोपीय ईसाई महिला से शादी की थी और उसके दो बच्चे हैं नेवेद और एक बेटी, दोनों ऑस्ट्रेलिया में जन्मे. साजिद का भारत में परिवार से संपर्क सीमित था और पिछले 27 सालों में वह सिर्फ छह बार भारत आया था. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नेवेद अकरम पर कुल 59 आरोप लगाए गए हैं. इनमें एक आतंकवादी कृत्य का आरोप, 15 हत्या के आरोप, 40 गंभीर चोट पहुंचाने का प्रयास, किसी भवन के पास विस्फोटक लगाने का आरोप, जानबूझकर गंभीर नुकसान पहुंचाने के लिए हथियार चलाने का आरोप और आतंकवादी प्रतीक सार्वजनिक रूप से दिखाने का आरोप शामिल हैं.
Bondi Beach Shooter Arrested in Hindi: हमले का भयावह मंजर
पिता-पुत्र ने राइफल और शॉटगन से सैकड़ों लोगों पर गोलियां चलाई. मरने वालों में एक होलोकॉस्ट सर्वाइवर और लंदन में जन्मे रबी भी शामिल हैं. घायल लोगों में तीन भारतीय छात्र भी थे, जिनमें से कम से कम दो अभी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. मृतकों की उम्र 10 से 87 साल के बीच थी. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, साजिद और नेवेद ने 1 से 28 नवंबर तक फिलीपींस की यात्रा की थी. जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस दौरान उन्होंने किसी कट्टर इस्लामिक प्रचारक से मुलाकात की और मिलिट्री स्टाइल का प्रशिक्षण लिया. बीबीसी के अनुसार, साजिद भारतीय पासपोर्ट का उपयोग कर रहे थे और नेवेद ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट का.
साजिद के परिवार ने मीडिया से कहा कि उन्होंने साजिद से संपर्क तोड़ लिया था क्योंकि उन्होंने क्रिश्चियन महिला से शादी की थी. तेलंगाना पुलिस के डीजीपी के प्रेस रिलीज के अनुसार, साजिद और नेवेद के कट्टरपंथी होने के पीछे भारत या तेलंगाना का कोई स्थानीय प्रभाव नहीं था.
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