गोपालगंज. बिजली के पुराने मीटर बदलकर नये स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं. स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में कई तरह के भ्रम हैं. गोपालगंज जिले में भी स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिति है. अपने जिले में भी इस वक्त लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाये जाने की कवायद चल रही है. प्नभात खबर ने इसे लेकर जिम्मेदारों से जानने का प्रयास किया, तो इस बारे में उत्तर बिहार में काम कर रहे एसएसएस पॉवर इन्फ्राटेक प्रा लि के चेयरमैन रवि पांडेय ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने का उद्देश्य आम लोगों को लाभ पहुंचाना है, न कि उन्हें परेशान करना. इस मीटर के लगने से 125 यूनिट बिजली का बिल फ्री का लाभ लें. फ्री बिजली का लाभ लेने के लिए स्मार्ट मीटर लगना जरूरी है. लोगों के बीच सबसे बड़ा भ्रम यह है कि स्मार्ट मीटर से बिजली का बिल ज्यादा आयेगा. लोगों के इस भ्रम को दूर करते हुए रवि पांडेय ने कहा कि स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल नहीं आता है. बिजली काटने से जुड़े एक और नियम के बारे में बिजली कंपनी के अधिकारी ने बताया कि आधी रात को बिजली नहीं काटी जा सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार आम लोगों की सुविधा के लिए स्मार्ट मीटर लगा रही है. कई जगहों पर स्मार्ट मीटर लगाये भी गये हैं. सरकारी दफ्तरों में भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये गये हैं. उन्होंने लोगों को किसी भ्रम और बहकावे से बचने के लिए कहा है. स्मार्ट मीटर बिजली की खपत को नियंत्रित करने और लोगों की सुविधा के लिए लगाये जा रहे हैं. लोग बिजली विभाग के एप के जरिये अपने रोज के बिजली के खपत की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. एक साथ एडवांस में भी पैसा जमा कर सकते हैं. स्मार्ट मीटर को ऑनलाइन रिचार्ज करने पर एक प्रतिशत की छूट भी दी जाती है.
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