Advertisement
Home/General Knowledge/इस नदी को कहते हैं ‘दक्षिण भारत की गंगा’, UPSC, BPSC जैसी परीक्षा में पूछा  जा सकता है ये सवाल 

इस नदी को कहते हैं ‘दक्षिण भारत की गंगा’, UPSC, BPSC जैसी परीक्षा में पूछा  जा सकता है ये सवाल 

इस नदी को कहते हैं ‘दक्षिण भारत की गंगा’, UPSC, BPSC जैसी परीक्षा में पूछा  जा सकता है ये सवाल 
Advertisement

Which river in South India is called the Ganga: गंगा उत्तर भारत की प्रमुख नदी है. इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दक्षिण भारत में भी ऐसी एक नदी है, जिसका गंगा जैसा ही महत्व है. आज के General Knowledge में आइए जानते हैं इसका जवाब.

Which river in South India is called the Ganga: भारत में गंगा केवल एक नदीं नहीं बल्कि बहुत इसकी पूजा की जाती है. इस नदी से लोगों की आस्था और संस्कृति जुड़ी है. गंगा उत्तर भारत की प्रमुख नदी है, जिसकी लंबाई लगभग 2525 किलोमीटर है. यह उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गंगा की तरह दक्षिण भारत में ऐसी कौन सी नदी है, जिसे पूजा जाता है. इस तरह के जनरल नॉलेज (General Knowledge) के सवाल प्रतियोगिता परीक्षा में पूछे जाते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इसका जवाब.

गंगा का नदी को मोक्षदायिनी कहते हैं

गंगा नदी को भारत में बहुत सम्मान दिया जाता है. हिंदू धर्म में इस नदी का धार्मिक महत्व है. लोग ऐसा मानते हैं कि इस नदी का जल इतना पावन होता है कि इसमें नहाने से आपके सारे कष्ट, रोग और पाप दूर हो जाते हैं. यही कारण है कि इस नदी को ‘मोक्षदायिनी’ कहा जाता है.

क्या दक्षिण भारत में भी गंगा जैसी कोई नदी है?

लेकिन क्या आप जानते हैं कि दक्षिण भारत में भी एक ऐसी नदी है जिसे गंगा के समान पवित्र और पूजनीय माना जाता है. जी हां, इस नदी का नाम है कावेरी (Kaveri River). कावेरी नदी दक्षिण भारत की प्रमुख नदियों में से एक है. यह कर्नाटक के कोडगु जिले की ब्रह्मगिरी पहाड़ियों से निकलती है और तमिलनाडु होते हुए बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है. इसकी लंबाई लगभग 800 किलोमीटर है. जिस तरह गंगा उत्तर भारत के लोगों के जीवन, खेती और संस्कृति का आधार है, उसी तरह कावेरी नदी दक्षिण भारत की संस्कृति, कृषि और आस्था से जुड़ी हुई है.

कावेरी नदी का धार्मिक महत्व

कावेरी नदी का उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों और पुराणों में मिलता है. इसे देवी स्वरूपा माना गया है और “कावेरी अम्मा” के रूप में पूजा जाता है. तमिलनाडु में कावेरी स्नान को गंगा स्नान के समान पुण्यदायी माना जाता है. हर साल यहां कावेरी पुष्करम जैसे धार्मिक पर्व मनाए जाते हैं, जिनमें हजारों श्रद्धालु (Devotees) नदी में स्नान करने आते हैं.

दो बड़े राज्य की जीवनरेखा है ये नदी

कावेरी नदी (Kaveri River) दक्षिण भारत के दो बड़े राज्य कर्नाटक और तमिलनाडु की जीवनरेखा है. इस नदी के जल से लाखों एकड़ भूमि की सिंचाई होती है और करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी इस पर निर्भर करती है. इस नदी के किनारे बसे शहर जैसे मैसूर, त्रिची और तंजावुर इसके सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं. ऐसे में कावेरी नदी को दक्षिण भारत की गंगा के रूप में माना जाता है. यह एक ऐसी नदी है जो न केवल जल प्रदान करती है, बल्कि दक्षिण भारत की संस्कृति, भक्ति और जीवन को भी पोषित करती है.

यह भी पढ़ें- बिहार का पड़ोसी जिला जिसकी सीमाएं 3 राज्यों और 2 देशों से लगती हैं, जानते ही Google Map में खोजने लगेंगे नाम

संबंधित टॉपिक्स
Shambhavi Shivani

लेखक के बारे में

Shambhavi Shivani

Contributor

शाम्भवी शिवानी पिछले 3 सालों से डिजिटल मीडिया के साथ जुड़ी हुई हैं. उन्होंने न्यूज़ हाट और राजस्थान पत्रिका जैसी संस्था के साथ काम किया है. अभी प्रभात खबर की डिजिटल टीम के साथ जुड़कर एजुकेशन बीट पर काम कर रही हैं. शाम्भवी यहां एग्जाम, नौकरी, सक्सेस स्टोरी की खबरें देखती हैं. इसके अलावा वे सिनेमा और साहित्य में भी रुचि रखती हैं. और पढ़ें

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Download from Google PlayDownload from App Store
Advertisement
Sponsored Linksby Taboola
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement