Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को अपने समय के सबसे ज्ञानी और बुद्धिमान पुरुष के तौर पर भी जाना जाता है. अपने जीवनकाल के दौरान इन्हीं कई तरह की बातें कहीं थीं जो आज के समय में भी हमें सही रास्ता दिखाने का काम करते हैं. कहा जाता है अगर आपको एक सफल और समृद्ध जीवन की तलाश है तो आपको आचार्य चाणक्य की इन बातों को ख्याल जरूर रखना चाहिए क्योंकि इन बातों को नजरअंदाज करना आपके जीवन में कई तरह की परेशानियां भी लेकर आता है. आचार्य चाणक्य कहते हैं हमारे जीवन में डर और संदेह सबसे बड़ी रुकावट बन सकती है. उनके अनुसार हमारे अंदर का डर एयर संदेह हमें अपने लक्ष्यों तक पहुंचने नहीं देता है और साथ ही हमारे असफलता के पीछे सबसे बड़ा कारण भी बनता है. अपनी नीतियों में आचार्य चाणक्य ने किसी भी इंसान से अंदर के डर और संदेह हो खत्म करने के भी कुछ तरीके बताये हैं. आज इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं. चलिए इनके बारे में जानते हैं विस्तार से.
डर का सीधा सामना करें
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अपने अंदर के डर को छिपाना या फिर टालते रहना कभी भी समाधान नहीं है. चाणक्य के अनुसार डर से जितनी जल्दी और सीधे सामना किया जाए उतनी ही जल्दी उसपर काबू पाया जा सकता है. अगर आप किसी भी काम को लेकर डरे हुए हैं तो उस डर को दूर करने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके अंदर का डर कमजोर होगा और साथ ही आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा.
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संदेह से खुद को रखें दूर
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हमारे अंदर का संदेह ही हमारे फैसले लेने की काबिलियत को कमजोर कर देता है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी काम में सफलता पाने के लिए यह काफी जरूरी हो जाता है कि आपके अंदर किसी भी तरह का कोई संदेह न रहे. अगर आपके मन में किसी भी तरह का संदेह आये तो उसे कहीं पर लिख लें और उस समस्या का समाधान ढूंढें. आपकी यह आदत आपके विचारों को स्पष्ट करेगी और आपके अंदर के डर को भी कम करेगी.
ज्ञान और जानकारी को अपनाएं
आचार्य चाणक्य के अनुसार आपकी अज्ञानता ही आपके अंदर डर और संदेह को जन्म देती है. आपके साथ ऐसा न हो इसलिए हमेशा ही चीजों को लेकर ज्ञान और जानकारी इकठ्ठा करते रहें. अगर आप कोई भी काम करने जा रहे हैं तो पहले उससे जुड़ी हर जानकारी निकाल लें. जब आपको यह पता होता है कि आपको करना क्या है और कैसे करना है तो आपके अंदर का डर और संदेह अपने आप खत्म होता चला जाएगा.
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सही साथियों का चुनाव करें
चाणक्य नीति के अनुसार हमारे आस-पास जो लोग हैं वे ही हमारे मनोबल और भरोसे को बढ़ाने का काम करते हैं. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हमेशा ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं जिनकी थिंकिंग पॉजिटिव है और जो आपके अंदर के हिम्मत को बढ़ाने का काम करें. आपको निगेटिव लोगों से इसलिए भी दूर रहना चाहिए क्योंकि वे आपके अंदर डर और संदेह को बढ़ावा देते हैं
लगातार प्रैक्टिस और पेशेंस
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि आपके अंदर का डर और संदेह एक ही दिन में खत्म नहीं होता है. आचार्य चाणक्य के अनुसार सफलता और कॉन्फिडेंस के लिए बिना रुके प्रैक्टिस और पेशेंस रखना जरूरी है. डर और संदेह से छुटकारा पाने के लिए हर दिन छोटे-छोटे स्टेप्स लें और अपने डर का सामना करें और अपने अंदर के संदेह को भी चुनौती दें. समय के साथ यह आपकी आदत बन जाएगी और आप मजबूत बनेंगे.
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.












