buxar news : डुमरांव. वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव में बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को कृषि शिक्षा की परंपरा, अनुशासन, शैक्षणिक मूल्यों एवं संस्थागत संस्कृति से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रहा. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के आगमन के साथ की गयी. इस अवसर पर महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स द्वारा एएनओ डॉ मजहरूल हक अंसारी के कुशल पर्यवेक्षण में आकर्षक एवं अनुशासित गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया गया, जिसने पूरे वातावरण को गौरवपूर्ण और प्रेरणादायी बना दिया, जहां एनसीसी कैडेट्स की सटीक ड्रिल, अनुशासन एवं समर्पण ने सभी उपस्थित जनों का ध्यान आकर्षित किया. इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि एवं अतिथियों ने महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं सतत कृषि के संदेश को सशक्त रूप से प्रस्तुत किया. इसके पश्चात बहुउद्देशीय सभागार में दीक्षारंभ कार्यक्रम के औपचारिक सत्र का आयोजन हुआ, कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गीत एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ. महाविद्यालय के सह-डीन-सह-प्राचार्य डॉ पारस नाथ ने स्वागत संबोधन में नवप्रवेशित विद्यार्थियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि कृषि शिक्षा केवल एक पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र सेवा का माध्यम है. उन्होंने विद्यार्थियों से अनुशासन, ईमानदारी और परिश्रम के साथ अध्ययन करने का आह्वान किया. कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय डॉ मणि भूषण, सहायक प्राध्यापक-सह-कनिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा प्रस्तुत किया गया. इस दौरान विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किये, जिससे नवागंतुक छात्रों को महाविद्यालयीन जीवन, शैक्षणिक गतिविधियों एवं अवसरों की स्पष्ट जानकारी मिली, विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ अजय कुमार साह, अधिष्ठाता (कृषि), बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर ने अपने संबोधन में कृषि क्षेत्र में शोध, नवाचार, उद्यमिता एवं तकनीकी विकास की आवश्यकता पर बल दिया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री बैद्यनाथ यादव (आइएएस), सलाहकार, शिक्षा विभाग, बिहार सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि शिक्षा देश की खाद्य सुरक्षा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं आत्मनिर्भर भारत की नींव है. उन्होंने विद्यार्थियों से अनुशासन, नेतृत्व क्षमता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व विकसित करने का आग्रह किया. कार्यक्रम का समापन डॉ डीके सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर-सह-सीनियर साइंटिस्ट द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ हुआ. समग्र रूप से दीक्षारंभ कार्यक्रम ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों में नयी ऊर्जा, आत्मविश्वास एवं लक्ष्यबोध का संचार किया तथा एनसीसी कैडेट्स द्वारा दिये गये गार्ड ऑफ ऑनर ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की.
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