बक्सर. किसानों को आधुनिक खेती, नई तकनीक और नवाचार से जोड़ने के उद्देश्य से आत्मा के बैनर तले शनिवार से बाजार समिति परिसर में दो दिवसीय कृषि प्रदर्शनी मेला का आयोजन किया जायेगा. इसको लेकर कृषि विभाग द्वारा जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं. मेला स्थल पर स्टॉल लगाने, सजावट, किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने और प्रदर्शनी की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस वर्ष का कृषि प्रदर्शनी मेला पिछले वर्षों की तुलना में कुछ अलग और विशेष होने वाला है. कृषि विभाग द्वारा कुल आठ वर्गों में स्टॉल लगाये जायेंगे, जिसमें किसानों को खेती के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे नवाचार और आधुनिक प्रयोगों की जानकारी मिलेगी. मेला में सब्जी उत्पादन से संबंधित स्टॉल, पॉली हाउस में उगाई गई सब्जियों का स्टॉल, मशरूम उत्पादन का स्टॉल, फल उत्पादन का स्टॉल, चावल का स्टॉल, फूल उत्पादन का स्टॉल, मोटा अनाज मिलेट्स का स्टॉल और इस वर्ष नई खेती पद्धतियों पर आधारित विशेष स्टॉल लगाये जायेंगे. मेला का मुख्य उद्देश्य किसानों को परंपरागत खेती से आगे बढ़कर आधुनिक और लाभकारी कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है. प्रदर्शनी में यह दिखाया जाएगा कि सीमित संसाधनों में भी किसान किस तरह कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. खासकर पॉली हाउस सब्जी उत्पादन, मशरूम और मोटा अनाज की खेती को लेकर किसानों में विशेष रुचि देखी जा रही है. इस बार मेला में कुछ नए आकर्षण भी जोड़े गये हैं. किसानों को मुर्गी पालन और मछली पालन से संबंधित डेमो दिखाए जाएंगे, ताकि वे खेती के साथ-साथ सहायक व्यवसायों को अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकें. कृषि विशेषज्ञ मौके पर मौजूद रहकर किसानों को इन गतिविधियों की तकनीकी जानकारी देंगे और उनके सवालों का समाधान करेंगे. जिला कृषि पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी मेला में बेहतर प्रदर्शन करने वाले किसानों को सम्मानित और पुरस्कृत किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इससे किसानों का मनोबल बढ़ेगा और अन्य किसान भी नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे. विभाग का प्रयास है कि किसान केवल जानकारी लेकर न लौटें, बल्कि उसे अपने खेत और जीवनशैली में उतारें.
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