अपने पसंदीदा शहर चुनें

2़ 8 करोड़ से रोहाइन पइन का जीर्णोद्धार शुरू

Prabhat Khabar
15 Apr, 2025
2़ 8 करोड़ से रोहाइन पइन का जीर्णोद्धार शुरू

नवादा न्यूज : काम पूरा होने के बाद हजारों एकड़ भूमि की सिंचाई होगी, खेतों में छायेगी हरियाली

नवादा न्यूज : काम पूरा होने के बाद हजारों एकड़ भूमि की सिंचाई होगी, खेतों में छायेगी हरियाली

खेतों में पहुंचेगा सकरी नदी का उपजाऊ लाल पानी, किसानों में खुशी की लहर

प्रतिनिधि, रोह.

करीब 35 साल के इंतजार के बाद रोहाइन पइन का जीर्णोद्धार शुरू हो गया है. इसका उद्गम स्थल हरवंश बिगहा के पास सम्हराइन पइन से है. वहां से रोह बाजार होते कमला आहर तक इस पइन की खुदाई चल रही है. दो करोड़ 08 लाख 11 हजार 264 रुपये की लागत से रोहाइन पइन सिंचाई योजना का काम चल रहा है. इस दौरान जगह-जगह अतिक्रमण रहने से पइन की खुदाई में दिक्कत आ रही है. हालांकि, इसके लिए किसान व पंचायत के लोग सक्रिय हैं और प्राइवेट अमीन के सहयोग से पइन की वास्तविक चौड़ाई का पता लगा रहे हैं. किसानों का कहना है कि रोहाइन पइन के अतिक्रमण को लेकर लघु सिंचाई विभाग नवादा के कार्यपालक अभियंता ने रोह सीओ को दो बार पत्र लिखा है. मगर, आज तक रोहाइन पइन की भूमि का सीमांकन नहीं कराया गया है.

बता दें कि रोह प्रखंड की जीवनरेखा रजाइन पइन की उपशाखा रोहाइन पइन की उड़ाही करीब 35 साल से अधिक समय से नहीं हुई थी. इसके कारण बरसात में कमला और चलसा आहर तक सकरी नदी का उपजाऊ लाल पानी नहीं पहुंच रहा है. ऐसी स्थिति में हजारों एकड़ भूमि में खेती-बाड़ी करने के लिए किसानों को सिंचाई को लेकर परेशानी हो रही है. किसानों की मानें, तो पानी के अभाव में सैकड़ों एकड़ जमीन पर रबी फसलें नहीं लग पाती हैं. रजाइन पइन की शाखा सम्हराइन पइन से रोहाइन पइन निकली है. यह पइन रोह बाजार होते कमला आहर तक गयी है. करीब तीस साल पूर्व तक कमला आहर में सकरी नदी का पानी पहुंचता था. इसका उपयोग किसान चैत महीने तक करते थे.

अभी सकरी नदी से नहीं पहुंच रहा पानी

रोहाइन पइन की सफाई नहीं होने के कारण जलकुंभी भर गयी है. स्थानीय लोगों की ओर से पाइन में कचरा डालने और अतिक्रमण कर लेने से पइन पूरी तरह अनुपयोगी साबित हो रही है. बरसात में रोहाइन पइन में आने वाला सकरी नदी का पानी रोह बाजार से आगे नहीं बढ़ पाता है. रोह के मुसहरी टोले और गुलजारबाग मुहल्ले में पानी भर जाता है. इस गंभीर समस्या को लेकर जनप्रतिनिधि भी सक्रिय नहीं हुए. इससे परेशान ग्रामीणों और किसानों ने खुद अपनी पैरवी शुरू की. अखबारों के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया गया और रोहाइन पइन का जीर्णोद्धार शुरू हो गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Download from Google PlayDownload from App Store