IPL Auction 2026|Success Story: आईपीएल ऑक्शन 2026 में बिहार के युवा क्रिकेटरों ने अपनी मेहनत और संघर्ष से बड़ा मुकाम हासिल किया है. गोपालगंज के तेज गेंदबाज साकिब हुसैन और सुपौल के मोहम्मद इजहार को आईपीएल की दिग्गज फ्रेंचाइजी ने 30-30 लाख रुपये में खरीदा है. साकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद ने जबकि मोहम्मद इजहार को मुंबई इंडियंस ने अपनी टीम में शामिल किया है. यह सिर्फ दो खिलाड़ियों का चयन नहीं, बल्कि बिहार के क्रिकेट सपनों की जीत मानी जा रही है.
इंजीनियर बनना चाहते थे इजहार, किस्मत ने दिलाई क्रिकेट की राह
सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के ठुठी गांव निवासी मोहम्मद इजहार बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं. दिलचस्प बात यह है कि इजहार का सपना कभी क्रिकेटर बनने का नहीं था. वह इंजीनियर बनना चाहते थे. वर्ष 2013 में किशनगंज के एक स्कूल में पढ़ाई के दौरान जब उन्होंने बच्चों को क्रिकेट खेलते देखा, तभी पहली बार इस खेल में उनकी रुचि जगी. शुरुआत महज मनोरंजन के तौर पर हुई, लेकिन धीरे-धीरे क्रिकेट उनके जीवन का हिस्सा बन गया.
पारिवारिक और निजी कारणों से उन्हें पढ़ाई के दौरान घर लौटना पड़ा, लेकिन गांव में टेनिस बॉल से खेलते बच्चों को देखकर उनका क्रिकेट प्रेम फिर से जाग उठा. जयचंद और बीरबल नाम के दोस्तों ने उन्हें इस राह पर आगे बढ़ाया. कोसी क्रिकेट क्लब में अभ्यास करते हुए इजहार ने अपनी गेंदबाजी को निखारा.
परिवार की नाराजगी, लेकिन पिता का मिला साथ
इजहार एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं. उनके पिता मस्जिद में इमामत और पढ़ाने का काम करते थे. परिवार चाहता था कि बेटा पढ़-लिखकर आगे बढ़े. क्रिकेट को लेकर शुरुआत में नाराजगी भी झेलनी पड़ी, यहां तक कि कई बार मार भी खानी पड़ी. बावजूद इसके, इजहार छुपकर अभ्यास करते रहे. समय के साथ पिता ने बेटे के सपनों को समझा और पूरा समर्थन दिया. आज वही लोग, जो क्रिकेट को बेकार मानते थे, उनकी सफलता के लिए दुआ कर रहे हैं.
धोनी की सीख बनी टर्निंग पॉइंट
इसी साल मोहम्मद इजहार का चयन चेन्नई सुपर किंग्स के नेट बॉलर के रूप में हुआ. वहीं उनकी मुलाकात महेंद्र सिंह धोनी से हुई. धोनी ने उन्हें सब्र रखने और प्रक्रिया पर भरोसा करने की सलाह दी. “सबका टाइम आता है, बस मेहनत करते रहो,” धोनी के ये शब्द इजहार के लिए प्रेरणा बन गए. आज वही इजहार मुंबई इंडियंस की जर्सी में दिखेंगे और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करेंगे.
साकिब हुसैन को था आर्मी में जाने का सपना, क्रिकेट ने बदली तकदीर
गोपालगंज के दरगाह मोहल्ले के रहने वाले साकिब हुसैन का सपना आर्मी में जाने का था. वह किसान परिवार से आते हैं. आर्थिक हालात कमजोर थे, लेकिन हौसले मजबूत. क्रिकेट के शुरुआती दिनों में उनके पास सही जूते तक नहीं थे. साकिब बताते हैं कि उनकी मां ने उनके क्रिकेट सपने के लिए अपने गहने तक गिरवी रख दिए.
शहर के मिंज स्टेडियम में दौड़ लगाने के दौरान क्रिकेटरों को देखकर उनका झुकाव इस खेल की ओर बढ़ा. शुरुआत टेनिस बॉल से हुई, लेकिन मेहनत और लगन ने उन्हें आईपीएल तक पहुंचा दिया. आसपास के लोगों ने ताने भी मारे, लेकिन साकिब अपने लक्ष्य पर डटे रहे.





