Bihar Heavy Rain: सारण जिले में शुक्रवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. रात करीब 11:30 बजे से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला लगातार आठ घंटे से अधिक समय तक जारी रहा, जिसने पूरे जिले को जलजमाव की चपेट में ले लिया. तेज हवाओं, बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली की कड़क ने लोगों की नींद उड़ा दी और भय का माहौल बना दिया.
सड़कें बनीं तालाब, आवागमन ठप
बारिश ने शहर से लेकर गांव तक की सड़कों को तालाब में बदल दिया. जगह-जगह पानी भरने से लोगों को घुटनों तक पानी में होकर गुजरना पड़ रहा है. कई निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया है, जिससे लोग सामान सुरक्षित करने और बच्चों को संभालने में परेशान हैं. कुछ परिवार तो अपना घर छोड़कर रिश्तेदारों या सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हो गए. मुख्य बाजार और आवासीय इलाकों में भी हालत बेहद खराब है. ग्रामीण क्षेत्रों की कच्ची-पक्की सड़कें पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है.
दशकों बाद ऐसी बारिश
स्थानीय बुजुर्गों का कहना है कि उन्होंने पिछले 30-40 सालों में इतनी लंबी अवधि तक लगातार और तेज गर्जना वाली बारिश नहीं देखी. आसमान को चीरती बिजली और बादलों की गड़गड़ाहट ने रात भर लोगों को दहशत में रखा. बच्चों और बुजुर्गों में डर साफ झलक रहा था.
बिजली आपूर्ति ठप
बारिश शुरू होने के कुछ ही घंटों बाद, रात करीब 2 बजे से शहर की बिजली गुल हो गई. कई क्षेत्रों में सुबह तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गईं.
स्कूल और आंगनवाड़ी बंद
हालात को देखते हुए जिला दंडाधिकारी अमन समीर ने शनिवार को जिले के सभी विद्यालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया. प्रशासन का कहना है कि भारी बारिश और जलभराव के बीच बच्चों का विद्यालय आना-जाना खतरनाक हो सकता है, इसलिए पठन-पाठन कार्य एक दिन के लिए पूरी तरह स्थगित रहेगा.
प्रशासन अलर्ट मोड पर
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल को अलर्ट मोड पर रखा गया है. अधिकारियों ने आमजनों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और जलमग्न क्षेत्रों, बिजली के खंभों व पेड़ों के पास जाने से परहेज करें.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना जताई है. विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है. सारण में लगातार बारिश से हालात बेकाबू हैं. प्रशासन की सख्त अपील के बावजूद लोग मजबूरी में जलमग्न गलियों से होकर गुजर रहे हैं. दशकों बाद हुई ऐसी बारिश ने जिले को आपदा जैसी स्थिति में धकेल दिया है.





