siwan news : सीवान. जिले में सर्दी का सितम निरंतर जारी है. न्यूनतम पारा हर दिन एक नया रिकार्ड बना रहा है. बीते 15 दिनों से शहर समेत ग्रामीण इलाकों में पछुआ हवा निरंतर बह रही है. इसकी वजह से ठंड अधिक महसूस हो रही है. भीषण ठंड से लोगों की दिनचर्या बदल गयी है. दो दिन धूप होने के कारण लोगों को राहत मिली थी.
वहीं, शुक्रवार को धूप नहीं निकली. दिन भर लोग गलन से बेहाल दिखे. बर्फीली पश्चिमी हवाओं के कारण लोग कंपकंपी का एहसास कर रहे थे. वहीं, सुबह और शाम में कोहरे का स्पष्ट प्रभाव देखने को मिला. लोगों को अभी ठंड से मुक्ति नहीं मिल पा रही है. अधिकतम तापमान 19 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, पूरे दिन आठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलती रही.ठंडी पश्चिमी हवा चलने के कारण दिन में भी गलन का एहसास हो रहा था. शाम ढलने के बाद गलन भी बढ़ गयी. गलन बढ़ने के बाद लोगों को काफी दिक्कत होने लगी, जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों में दुबक गये. इसके कारण सड़कों पर सन्नाटा पसर गया. ठंड के कारण इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी बेहाल हैं. बस अड्डे व रेलवे स्टेशनों पर में बहुत कम यात्री दिखायी दे रहे हैं, जो दिखायी दे रहे हैं वे भी ठंड से बचने के लिए आग जलाकर बैठे रहे. रेलवे स्टेशन पर भी यात्री ठंड से परेशान दिखाये दिये. वहीं, स्कूली बच्चे भी ठिठुरते हुए स्कूल जाते दिखायी दिये. धूप का असर कम होते ही ठंड का प्रकोप फिर शुरू हो गया. वहीं, बाजारों में दुकानदार कागज जलाकर ठंड से बचाव करते रहे. जबकि, ड्यूटी करने वाले कर्मचारी भी आग के पास बैठे रहे.
सार्वजनिक तौर पर अलाव की सुविधा नहीं
पछुआ हवा के कारण सुबह-शाम कनकनी है. आम जनजीवन ठंड से परेशान है. फुटपाथी दुकानदारों, रिक्शा ठेला चालकों, गरीब-गुरबों के लिए सर्द रात काटना बड़ी कष्टदायक हो गया है. शहरी क्षेत्र में अभी तक अलाव जलना शुरू नहीं हुआ है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी पछुआ हवा जारी रहेगी. इससे ठंड का प्रकोप भी जारी रहेगा. ठंड में और बढ़ोतरी ही होगी.सेहत पर पड़ रहा ठंड का असर, बीमार पड़ रहे लोग
ठंड की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं. सर्दी-जुकाम और बदन दर्द की समस्याएं आम हो गयी हैं. खासकर छोटे बच्चे ठंड से बीमार पड़ रहे हैं. चिकित्सकों ने ठंड को देखते हुए छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों की अच्छी तरह से देखभाल करने की सलाह दी है. छोटे बच्चों को मोजा व टोपी के साथ गर्म कपड़े पहना कर रखने की सलाह दी गयी है.ठंड से जानवरों की भी बढ़ी परेशानी
ठंड की वजह से जानवरों की परेशानी भी बढ़ी हुई है. शहर में खुले में घूमने वाले मवेशी ठंड की चपेट में आ रहे हैं. गांव-देहात में पशुपालक भी अपने जानवरों को लेकर सतर्क हो गये हैं. पशुपालक अजय यादव ने बताया कि आदमी तो जैसे-तैसे व्यवस्था कर ठंड से बचाव कर ले रहे हैं. लेकिन कड़ाके की ठंड से पशु परेशान हैं. ठंड का प्रभाव दुधारू पशुओं पर पड़ा है. दूध का उत्पादन कम हो गया है.
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