जिले में गुरुवार को क्रिसमस हर्षोल्लास और आध्यात्मिक उत्साह के बीच मनाया गया. ईसाई धर्मावलंबियों के साथ अन्य धर्म-संप्रदाय के लोगों ने भी जश्न मनाया. इस अवसर पर सड़क से लेकर पार्कों, पिकनिक स्पॉटों तक जश्न का माहौल रहा. मॉल्स और सिनेमा हॉल में लोगों की भीड़ रही. इससे देर रात तक सरायढेला, एट लेन और धैया में जाम की स्थिति रही.
गिरजाघरों में दिया गया प्रेम, शांति व सद्भाव का संदेश
गिरजाघरों में प्रेम, शांति व सद्भाव का संदेश दिया गया. सड़कों पर सजावट, बाजार में रौनक और क्रिसमस ट्री-स्टार से सजे घरों ने त्योहार को जीवंत कर दिया. हालांकि इस बार सुरक्षा कारणों से चर्चों में आम लोगों के प्रवेश की अनुमति नहीं थी. इससे संबंधित नोटिस भी गेट पर लगाया गया था. सुबह से ही शहर के प्रमुख चर्चों में विशेष प्रार्थना सभा का दौर शुरू हो गया. संत एंथोनी चर्च व संत मैरी चर्च में भारी संख्या में विश्वासी जुटे. सबने प्रार्थना कर प्रभु यीशु से प्रेम, सद्भाव, शांति और नयी ऊर्जा का आशीर्वाद मांगा. प्रार्थना सत्र के बाद संत एंथोनी चर्च में फादर अमातूस कुजूर तथा संत मैरी चर्च में पादरी अजीत होरो ने बाइबिल का पाठ सुनाया. दोनों ने अपने संदेश में कहा कि प्रभु यीशु धरती पर प्रेम और सत्य का संदेश लेकर आये थे. विपरीत परिस्थितियों में भी सत्य के मार्ग से नहीं भटकें. एक-दूसरे के प्रति प्रेम, करुणा और सहानुभूति मानवता का मूल है. उन्होंने क्रिसमस के साथ आने वाले नववर्ष की शुभकामनाएं दी. समाज में प्रेम-शांति फैलाने की अपील की.क्रिसमस की रोशनी में जगमग हुआ शहर
शहर के बाजारों, कैफे व मॉल में देर रात तक उत्साह देखने को मिला. सांता की वेश-भूषा में घूमते हुए बच्चों व बड़ों ने सबको मेरी क्रिसमस कहा. केक, गिफ्ट कॉर्नर और सजावटी दुकानों में दिन भर भीड़ रही. कई परिवार चर्च के आसपास बने सेल्फी प्वाइंट पर यादें संजोते नजर आये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है





