गुमला. नगर भवन गुमला में शनिवार को जन्म हो या मरण जरूरी है पंजीकरण विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला हुई. इसमें जिले की 159 पंचायतों के पंचायत सचिव सह जन्म-मृत्यु निबंधकों ने भाग लिया. कार्यशाला का उदघाटन डीडीसी दिलेश्वर महतो, उपनिर्वाचन पदाधिकारी सुषमा कुजूर व जिला सांख्यिकी पदाधिकारी माधुरी बेक ने संयुक्त रूप से किया. डीडीसी ने कहा कि जन्म व मृत्यु पंजीकरण एक अत्यंत महत्वपूर्ण दायित्व है, जिसे निर्धारित समय-सीमा के अंदर पूरा करते हुए नागरिकों को प्रमाण पत्र निर्गत करना सुनिश्चित किया जाये. कहा कि यह प्रशिक्षण सभी निबंधकों के लिए उपयोगी व आवश्यक है. उपनिर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र एसआइआर टू समेत महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक दस्तावेज है. उन्होंने अन्य जिलों में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी होने की घटनाओं का उल्लेख करते हुए सभी निबंधकों को सतर्क रहने व किसी प्रकार के दुरुपयोग से बचने की हिदायत दी. जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण से संबंधित प्रक्रिया, नियम व दायित्वों की जानकारी दी गयी तथा सभी नागरिकों का समय पर जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया. कार्यक्रम के दौरान पीपीटी के माध्यम से तकनीकी जानकारी साझा की गयी. साथ ही आइडी व पासवर्ड की गोपनीयता बनाये रखने का सलाह दी गयी.
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