मुख्यमंत्री की वर्चुअल बैठक के बाद विकास योजनाओं को मिली नयी गति
प्रतिनिधि, हुगलीकाली माता के महान साधक श्रीरामकृष्ण परमहंस की जन्मस्थली कामारपुकुर को राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में राज्य प्रशासन तेजी से काम कर रहा है. इसी क्रम में गदाधर शिशु उद्यान के समीप एक बड़े पार्किंग जोन का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है, जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधा मिलेगी.वर्चुअल बैठक में विकास योजनाओं पर चर्चा: कामारपुकुर और जयरामबाटी के समग्र विकास को लेकर हाल ही में कामारपुकुर श्री श्री रामकृष्ण मठ में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई. बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया. डेवलपमेंट बोर्ड के सचिव और मठ के अध्यक्ष स्वामी लोकोत्तरानंदजी महाराज के साथ लोक निर्माण विभाग की सचिव अंतरा आचार्य, हुगली ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन, आरामबाग के एसडीओ रवि कुमार, एसडीपीओ सुप्रभात चक्रवर्ती और गोघाट थाना प्रभारी मधुसूदन पाल मौजूद रहे. बांकुड़ा जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए.
बैठक में कामारपुकुर मठ और मिशन के विकास के साथ पूरे क्षेत्र को सुव्यवस्थित पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने को लेकर कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई. उल्लेखनीय है कि सितंबर माह में जयरामबाटी–कामारपुकुर डेवलपमेंट बोर्ड का गठन किया गया था. राज्य सरकार की ओर से बोर्ड को अब तक 10 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है, जिसके आधार पर विभिन्न विकास कार्य शुरू हो चुके हैं.कामारपुकुर और जयरामबाटी श्रीरामकृष्ण और मां शारदा की पदधूलि से पावन स्थल हैं, जहां वर्ष भर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. लंबे समय से पार्किंग जोन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी. मुख्यमंत्री के साथ वर्चुअल बैठक के बाद विकास कार्यों की रफ्तार और तेज हो गयी है. क्षेत्र के लोग इसे लेकर उत्साहित हैं और आने वाले दिनों में यहां पर्यटन के नये अवसर खुलने की उम्मीद जता रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है





