एसपी के निर्देश पर बढ़ी पुलिस तैनाती, सीसीटीवी से रखी जा रही निगरानी
प्रतिनिधि, हुगली
वर्ष की आखिरी और नव वर्ष के अवसर पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के उद्देश्य से हुगली जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन के निर्देश पर मंदारन पर्यटन केंद्र में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं और पुलिस बल की तैनाती बढ़ायी गयी है. इसके चलते मंदारन में पिकनिक शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो रही है. शीत ऋतु में राज्य के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में लोग यहां पिकनिक मनाने पहुंचते हैं.
आरामबाग सब-डिवीजन के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मंदारन में पिकनिक प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़नी शुरू हो चुकी है. दामोदर नदी के तट पर स्थित इस हरित पर्यटन केंद्र में दूर-दराज से आए सैलानी समूहों में पिकनिक का आनंद ले रहे हैं. संभावित भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन पहले से सतर्क है और पूरे क्षेत्र में लगातार निगरानी की जा रही है. पर्यटन केंद्र को अवसर के अनुरूप सजाया गया है. पार्क परिसर और आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिये हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. पुलिस के साथ सिविक वॉलंटियर भी तैनात हैं, ताकि किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके. कई एकड़ में फैले इस सरकारी पार्क में हर साल की तरह इस बार भी हजारों पर्यटक पहुंच रहे हैं.
मंदारन पार्क प्रबंधन की ओर से इस वर्ष सख्त नियम लागू किये गये हैं. पार्क में डीजे बॉक्स बजाने और शराब सेवन पर पूरी तरह रोक लगायी गयी है. प्रशासन की सख्ती का असर साफ दिख रहा है. घना जंगल, हरियाली और खुला वातावरण मंदारन को पिकनिक के लिए पसंदीदा स्थल बनाता है. इतिहासकारों के अनुसार, लगभग नौवीं शताब्दी में शूर वंश के सामंत शासकों ने योजनाबद्ध तरीके से मंदारन गढ़ का निर्माण कराया था. बाद में शूर वंश के पतन के बाद इस्माइल गाजी ने इस गढ़ पर अधिकार किया. मान्यता है कि उनकी समाधि यहीं स्थित है, जो आज जाग्रत स्थान के रूप में जानी जाती है.
इस वर्ष प्रशासन की ओर से प्रति पर्यटक 25 रुपये प्रवेश शुल्क तय किया गया है. पुलिस और सिविक पुलिस की तैनाती के चलते हरियाली से घिरे मंदारन में पिकनिक बिना किसी बाधा के मनायी जा रही है और पर्यटक संतुष्ट नजर आ रहे हैं.
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