Pakistan to roll out Beep app: पाकिस्तान अपने सदाबहार दोस्त चीन की राह पर चल रहा है. उसने अब वॉट्सऐप को रिप्लेस करने की योजना बना ली है. इसके लिए वह चीन के वीचैट (WeChat) मॉडल का सहारा लेगा. शहबाज शरीफ की सरकार आने वाले महीनों में सरकारी कर्मचारियों के लिए स्थानीय रूप से विकसित किया गया मैसेजिंग ऐप ‘बीप (Beep)’ लॉन्च करने की योजना बना रही है. वॉट्सऐप (Whatsapp) की सुरक्षा पर आशंकाओं के बीच पाकिस्तान सरकार ने यह कदम उठाया है. मंगलवार को नेशनल असेंबली की सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार पर स्थायी समिति की बैठक के दौरान इस जानकारी को साझा किया गया.
बीप ऐप का विचार पहली बार अगस्त 2023 में सामने आया था. हालांकि शुरुआत में इसकी तुलना व्हाट्सऐप से की गई थी, लेकिन सरकार का कहना है कि बीप किसी व्यावसायिक ऐप से प्रतिस्पर्धा करने के लिए नहीं बनाया गया है. डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीप ऐप चीन के वीचैट (WeChat) मॉडल पर आधारित है और इसे नेशनल इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी बोर्ड (NITB) ने विकसित किया है. इसे आधिकारिक उपयोग के लिए प्रमाणित भी किया गया है. यह टेक्स्ट मैसेज और वीडियो कॉल के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन प्रदान करता है, जिससे संघीय मंत्रालयों और उनसे जुड़े विभागों के बीच सुरक्षित संचार सुनिश्चित हो सके.
दो महीनों के भीतर Beep का होगा चरणबद्ध रोलआउट
NITB के मुख्य कार्यकारी अधिकारी फैसल इकबाल रट्याल ने समिति को बताया कि इसका चरणबद्ध रोलआउट दो महीनों के भीतर शुरू होगा और इसे संघीय ई-ऑफिस सिस्टम से पूरी तरह जोड़ा जाएगा, ताकि दस्तावेज साझा करने और वर्कफ्लो को आसान बनाया जा सके. इस परियोजना का उद्देश्य आंतरिक संचार को मजबूत करना, संचालन से जुड़े जोखिमों को कम करना और सरकारी संस्थानों में कार्यक्षमता बढ़ाना है. समिति को बताया गया कि चीन के प्लेटफॉर्म वीचैट (WeChat) से प्रेरित यह ऐप लॉन्च के लिए लगभग तैयार है और इसके 30 जून 2026 की परियोजना समय-सीमा के भीतर पूरा होने की उम्मीद है.
वॉट्सऐप की वजह से पैदा हो रहा सुरक्षा खतरा
समिति के सदस्यों ने डेटा सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और वैश्विक स्तर पर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स में सामने आई खामियों का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के द्वारा वॉट्सऐप के इस्तेमाल से सुरक्षा व्यवस्था खतरे में पड़ती है. क्योंकि पुख्ता न होने की वजह से जासूसी का खतरा रहता है. इस पर रट्याल ने कहा कि बीप की एन्क्रिप्शन प्रणाली को और मजबूत किया गया है और इसके सर्वर पाकिस्तान में ही स्थित होंगे, जबकि व्हाट्सऐप के सर्वर विदेशों में हैं.
BEEP में होंगे कड़े सुरक्षा उपाय
अधिकारियों ने कहा कि बीप में वीचैट से प्रेरित कड़े सुरक्षा उपाय अपनाए जाएंगे. समिति को यह भी जानकारी दी गई कि संघीय ई-ऑफिस प्रणाली कागजी कामकाज कम करने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए शुरू की गई थी. वहीं बीप के एकीकरण से आंतरिक समन्वय मजबूत होगा और संचालन से जुड़े जोखिम कम होंगे. चीन का वीचैट मॉडल कई सालों से सुरक्षित तरीके से काम कर रहा है. अब पाकिस्तान इसी पर आधारित BEEP को अपने सरकारी कर्मचारियों के लिए लागू कर रहा है.
राजस्व अर्जन नहीं, सुरक्षित, प्रभावी और विश्वसनीय संचार उद्देश्य
इसके संचालन लागत को लेकर NITB प्रमुख ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म उपयोग-आधारित शुल्क मॉडल पर काम करेगा और इसे समय के साथ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. आईटी सचिव ने समिति को बताया कि राजस्व अर्जन प्राथमिक उद्देश्य नहीं है, बल्कि मुख्य लक्ष्य राज्य संस्थानों के बीच सुरक्षित, प्रभावी और विश्वसनीय संचार सुनिश्चित करना है. समिति को यह भी बताया गया कि नेशनल कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (NCERT) ने आधिकारिक तौर पर इस ऐप को सरकारी उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है.
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