Advertisement
Home/World/परमाणु से 400 गुना घातक है एस्टेरॉयड, 2032 में चांद पर छाएगा सबसे बड़ा ग्रहण, NASA की चेतावनी

परमाणु से 400 गुना घातक है एस्टेरॉयड, 2032 में चांद पर छाएगा सबसे बड़ा ग्रहण, NASA की चेतावनी

06/10/2025
परमाणु से 400 गुना घातक है एस्टेरॉयड, 2032 में चांद पर छाएगा सबसे बड़ा ग्रहण, NASA की चेतावनी
Advertisement

NASA Asteroid 2024 YR4 Moon Impact: नासा ने चेतावनी दिया है कि 2032 में एस्टेरॉयड 2024 YR4 चंद्रमा से टकरा सकता है. इससे पृथ्वी पर उल्कापिंड बारिश, उपग्रह और अंतरिक्ष स्टेशन खतरे में. नासा परमाणु सुदृढ़ मिशन पर विचार कर रहा है. जानें साइंस और संभावित रिज्लट के बारे में पूरी जानकारी के साथ.

NASA Asteroid 2024 YR4 Moon Impact: कल्पना कीजिए, एक अंतरिक्ष चट्टान हमारी नजरों से दूर, चंद्रमा की ओर बढ़ रही है. यह केवल विज्ञान-कथा नहीं, बल्कि वास्तविकता है. NASA ने एक ऐसे एस्टेरॉयड 2024 YR4 पर अपनी निगरानी तेज़ कर दी है, जो 2032 में हमारे चंद्रमा से टकरा सकता है. पहले इसे पृथ्वी के लिए खतरा माना गया था, लेकिन बाद की गणनाओं ने दिखाया कि पृथ्वी फिलहाल सुरक्षित है. फिर भी वैज्ञानिकों की चिंता यहीं खत्म नहीं होती. अगर यह चंद्रमा से टकराता है, तो उसकी सतह से भारी मलबा उड़ सकता है, जो हमारी धरती और अंतरिक्ष में मौजूद तकनीकी साधनों के लिए खतरा बन सकता है.

परमाणु हमले पर विचार-  NASA का विकल्प

इस खतरे को देखते हुए, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी अब “परमाणु सुदृढ़ विघटन मिशन” की योजना पर विचार कर रही है. यह योजना arXiv प्रीप्रिंट सर्वर पर प्रकाशित एक अध्ययन में सामने आई है. ध्यान रहे कि यह शोध अभी सहकर्मी-समीक्षा से नहीं गुजरा है. अध्ययन में NASA के विशेषज्ञों के हवाले से बताया गया है कि अगर स्थिति गंभीर हुई, तो 2029 से 2031 के बीच इस मिशन को लॉन्च किया जा सकता है. इसका उद्देश्य है एस्टेरॉयड से उत्पन्न खतरे को समय रहते खत्म करना.

YR4 2024 का साइज और मलबे का खतरा

एस्टेरॉयड 2024 YR4 लगभग 174-220 फीट लंबा है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगर यह चंद्रमा से टकराता है, तो लगभग 1 करोड़ किलोग्राम मलबा उत्पन्न होगा. इसका अधिकांश हिस्सा पृथ्वी की ओर तेज़ी से बढ़ सकता है. इससे अंतरिक्ष में मौजूद उपग्रहों, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन और अन्य अंतरिक्ष यानों को गंभीर खतरा होगा. मलबे के टुकड़े इन्हें छेद सकते हैं और इनके काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं.

वेस्टर्न ओंटारियो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने भी यह पाया कि अगर यह एस्टेरॉयड चंद्रमा से टकराता है, तो यह लगभग 6.5 मेगाटन टीएनटी के बराबर ऊर्जा छोड़ेगा. तुलना के लिए कहें तो यह हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम (0.015 मेगाटन) से लगभग 400 गुना अधिक शक्तिशाली होगा.

NASA Asteroid 2024 YR4 Moon Impact: खतरे की संभावना और भविष्य की तैयारी

2024 YR4 के 2032 में पृथ्वी से टकराने की संभावना पहले 3.1% थी. नई गणनाओं के अनुसार, अब यह चंद्रमा से टकराने की संभावना 4.3% तक बढ़ गई है. अगर यह मलबा पृथ्वी तक पहुंचे, तो कई दिनों तक सामान्य पृष्ठभूमि स्तर से 1,000 गुना अधिक उल्कापिंड बारिश हो सकती है. यह पृथ्वी पर मौजूद उपग्रहों, अंतरिक्ष स्टेशन और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है.

NASA और अंतरिक्ष वैज्ञानिक इस खतरे से निपटने के लिए हर संभव विकल्प पर विचार कर रहे हैं, जिसमें परमाणु हमले का विकल्प भी शामिल है. चंद्रमा से उड़ने वाला मलबा पृथ्वी पर तकनीकी और मानव जीवन दोनों के लिए चुनौती बन सकता है.

ये भी पढ़ें:

क्या सिकुड़ कर होगा ब्रह्मांड का अंत? क्या है बिग क्रंच थ्योरी, जो बता रहा यूनिवर्स की मौत का टाइम टेबल

अटलांटिक महासागर में अलार्म! 8850 किलोमीटर लंबा ‘भूरा रिबन’ बढ़ा, पर्यावरण और मछली पालन पर संकट

जहां सिकंदर महान की सेना मर गई, वहीं IRAN बसाने जा रहा है नई राजधानी! क्या है वजह?

0.12 ग्राम के हथियार से अमेरिका हिला! जानें ये क्या चीज है जिससे ट्रंप भी चीन के आगे गिड़गिड़ाने पर हो गए मजबूर

संबंधित टॉपिक्स
Govind Jee

लेखक के बारे में

Govind Jee

Contributor

गोविन्द जी ने पत्रकारिता की पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल से की है. वे वर्तमान में प्रभात खबर में कंटेंट राइटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत हैं. वे पिछले आठ महीनों से इस संस्थान से जुड़े हुए हैं. गोविंद जी को साहित्य पढ़ने और लिखने में भी रुचि है. और पढ़ें

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Download from Google PlayDownload from App Store
Advertisement
Sponsored Linksby Taboola
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement