बिहारशरीफ. जिले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2026 का आयोजन आगामी 2 फरवरी से तथा मैट्रिक परीक्षा का आयोजन 17 फरवरी से किया जाना है. इन परीक्षाओं के लिए इस वर्ष भी जिले के कई सीबीएसई से संबद्ध विद्यालयों को बिहार बोर्ड का परीक्षा केंद्र बनाया गया है, जबकि सीबीएसई बोर्ड ने स्पष्ट निर्देश जारी कर ऐसे किसी भी आयोजन पर आपत्ति जताई है. उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी सीबीएसई बोर्ड द्वारा जिला पदाधिकारी को पत्र लिखकर यह आग्रह किया गया था कि जिन विद्यालयों को सीबीएसई परीक्षा केंद्र बनाया गया है, वहां बिहार बोर्ड की परीक्षा आयोजित नहीं की जाए. इसके बावजूद इस वर्ष भी आपत्ति के बाद बिहार बोर्ड द्वारा सीबीएसई विद्यालयों में मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट के परीक्षा केंद्र निर्धारित कर दिए गए हैं. सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी गोपाल लाल यादव द्वारा नवंबर माह में ही सभी सीबीएसई विद्यालयों को पत्र जारी कर स्पष्ट किया गया था कि किसी भी सीबीएसई विद्यालय में एक ही समयावधि में केवल एक बोर्ड का ही परीक्षा केंद्र बनाया जा सकता है. एक ही केंद्र पर दो अलग-अलग बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित किए जाने से सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा के सफल, निष्पक्ष एवं सुचारु संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. पत्र में यह भी कहा गया है कि जहां सीबीएसई द्वारा परीक्षा केंद्र का निर्धारण कर दिया गया हो, वहां बिहार बोर्ड की परीक्षा आयोजित नहीं की जानी चाहिए. संबंधित परीक्षा केंद्रों पर केवल सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा ही कराई जाएगी. इस संबंध में सीबीएसई परीक्षा 2026 के सभी केंद्राधीक्षकों एवं प्रधानाचार्यों को भी सीबीएसई के द्वारा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.इन निर्देशों के बाद जिले के सीबीएसई संबद्ध विद्यालयों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. जिले के 12 सीबीएसई स्कूलों में बिहार बोर्ड के परीक्षा केंद्र:- जिले के कुल 12 सीबीएसई विद्यालयों में बिहार बोर्ड के मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें सरस्वती पब्लिक स्कूल, आरपीएस स्कूल कचहरी रोड, सनबीम पब्लिक स्कूल, कैंब्रिज स्कूल पहड़पुरा, नालंदा विद्या मंदिर पतासंग, आरपीएस स्कूल मकनपुर, कैरियर पब्लिक स्कूल, सदर आलम मेमोरियल स्कूल, डैफोडिल पब्लिक स्कूल, सेंट जोसेफ एकेडमी बिहारशरीफ, गुरुकुल विद्यापीठ पटेल नगर तथा रूट्स इंटरनेशनल स्कूल बिहारशरीफ शामिल हैं. इन सभी विद्यालयों के केंद्राधीक्षकों एवं प्राचार्यों ने जिला पदाधिकारी से मुलाकात कर सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी के पत्र का हवाला देते हुए बिहार बोर्ड की परीक्षाओं के केंद्र अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है. नामांकन व आंतरिक परीक्षाओं पर भी पड़ेगा असर:- विद्यालय संचालकों एवं प्राचार्यों का कहना है कि फरवरी माह में सीबीएसई विद्यालयों में नए सत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है. साथ ही विद्यालयों में आंतरिक परीक्षाएं एवं कई स्कूलों में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं भी प्रस्तावित हैं. ऐसी स्थिति में एक ही परिसर में बिहार बोर्ड एवं सीबीएसई की परीक्षाएं कराना व्यावहारिक नहीं है. अब प्राचार्यों की समस्या यह है कि वे बिहार बोर्ड के आदेश का पालन करें या फिर सीबीएसई बोर्ड के स्पष्ट निर्देशों का. दो बोर्डों के बीच इस असमंजस का खामियाजा विद्यालय प्रबंधन के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी भुगतना पड़ सकता है.
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