Advertisement
Home/पटना/Land For Job Case : लालू परिवार की बढ़ी धड़कनें! अब 8 दिसंबर को आएगा बड़ा फैसला

Land For Job Case : लालू परिवार की बढ़ी धड़कनें! अब 8 दिसंबर को आएगा बड़ा फैसला

Land For Job Case : लालू परिवार की बढ़ी धड़कनें! अब 8 दिसंबर को आएगा बड़ा फैसला
Advertisement

Land For Job Case: कोर्ट ने फिर फैसला टाला! लालू परिवार के भाग्य का फैसला आज नहीं, अब 8 दिसंबर को तय होगा कि मुश्किल बढ़ेगी या मिलेगी राहत.

Land For Job Case: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव तथा उनके परिवार पर दर्ज Land For Job घोटाला एक बार फिर निर्णायक मोड़ पर है. बिहार की राजनीति में भूचाल लाने वाले ‘नौकरी के बदले जमीन’ (Land For Job Case) घोटाला मामले में आज, 4 दिसंबर 2025, को आने वाला बहुप्रतीक्षित फैसला टल गया है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े इस केस में राउज एवेन्यू कोर्ट अब 8 दिसंबर को अपना फैसला सुनाएगा.

लालू परिवार के लिए क्यों अहम था आज का दिन?

मामला सिर्फ राजनीतिक हलचल का नहीं है, बल्कि पूरे लालू परिवार के लिए यह एक बड़ी कानूनी परीक्षा है. आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने ग्रुप-D की नौकरियों के बदले जमीन ली, वह भी उनके परिवार या करीबी सहयोगियों के नाम पर.
सीबीआई ने चार्जशीट में दावा किया है कि नियुक्तियां तय मानकों के खिलाफ की गईं और कई लेनदेन बेनामी संपत्तियों के जरिए हुए. यही वजह है कि मामला 100 से अधिक आरोपियों तक पहुंच गया है.

लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव तीनों ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बताया है. लेकिन अदालत आज तय करेगी कि उनके खिलाफ मुकदमा चलेगा या नहीं.

क्या हैं मुख्य आरोप?

सीबीआई के अनुसार 2004-2009 के बीच, जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तब जबलपुर स्थित पश्चिम मध्य रेलवे में कई भर्तियां की गईं. इन नियुक्तियों के बदले उम्मीदवारों ने जमीन के टुकड़े लालू परिवार या उनके नजदीकियों के नाम कर दी.
सीबीआई का दावा है कि नियमों की अनदेखी कर भर्ती की गई और प्रक्रियाओं का पालन नहीं हुआ. आरोपपत्र में दर्ज कई उदाहरणों में जमीन की रजिस्ट्री और नियुक्ति की तारीखों के बीच “सीधा मेल” साबित करने का दावा भी किया गया है.

फैसला टलने से बढ़ी सियासी सरगर्मी

10 नवंबर को जब कोर्ट ने फैसला सुरक्षित किया, तब से RJD और NDA दोनों खेमों में राजनीतिक हलचल जारी है. लालू परिवार के समर्थकों को उम्मीद है कि आरोप तय नहीं होंगे, जबकि विरोधी इसे “भ्रष्टाचार का खुला उदाहरण” बता रहे हैं.
आज तय होगा कि मामला ट्रायल तक पहुंचेगा या नहीं. यही वजह है कि फैसला बिहार की राजनीति में बड़ा असर डालने वाला माना जा रहा है.

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े इस केस में राउज एवेन्यू कोर्ट अब 8 दिसंबर को अपना फैसला सुनाएगा.

Also Read: Bihar News: बिहार के सभी जिलों में बनेगा लैंड बैंक, अतिक्रमण के लिए जिम्मेदार होंगे अधिकारी

Prabhat khabar postcast
Pratyush Prashant

लेखक के बारे में

Pratyush Prashant

Contributor

कंटेंट एडिटर और तीन बार लाड़ली मीडिया अवॉर्ड विजेता. जेंडर और मीडिया विषय में पीएच.डी. वर्तमान में प्रभात खबर डिजिटल की बिहार टीम में कार्यरत. डेवलपमेंट, ओरिजनल और राजनीतिक खबरों पर लेखन में विशेष रुचि. सामाजिक सरोकारों, मीडिया विमर्श और समकालीन राजनीति पर पैनी नजर. किताबें पढ़ना और वायलीन बजाना पसंद. और पढ़ें

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Download from Google PlayDownload from App Store
Advertisement
Sponsored Linksby Taboola
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement