MPPSC Success Story: सिविल सेवा कुछ लोगों के लिए सपना है और कुछ के लिए जुनून. ऐसे लोग बार-बार हारने के बाद भी हिम्मत करना नहीं छोड़ते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है लोकेश साहू (Lokesh Sahu) की, जिन्होंने 6 साल तक संघर्ष किया, 3 बार इंटरव्यू तक पहुंचकर भी असफल हुए, लेकिन हार नहीं मानी. आखिरकार, चौथे प्रयास में MPPSC परीक्षा और इंटरव्यू क्रैक करके अधिकारी बन गए. आइए, जानते हैं लोकेश की सक्सेस स्टोरी.
Lokesh Sahu MPPSC Topper: पिता 18 घंटे कड़ी मेहनत करते थे
लोकेश मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के रहने वाले हैं. लोकेश के पिता खेती और आटा चक्की का काम करते थे. वे दिन के 18 घंटे कड़ी मेहनत करते थे. लोकेश ऐसे परिवार से आते हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर था. लेकिन फिर भी परिवार वालों ने उन्हें पढ़ने के लिए खूब सपोर्ट किया. मां हमेशा हिम्मत दिया करती थीं और लक्ष्य याद दिलाया करती थीं.
Lokesh Sahu Education: बचपन से ही पढ़ने में तेज थे
पढ़ाई लिखाई की बात करें तो लोकेश बचपन से ही पढ़ने में तेज थे. उन्होंने 10वीं कक्षा में जिले की मेरिट लिस्ट में तीसरा स्थान और 12वीं में राज्य में नौवीं रैंक हासिल की थी. 12वीं के बाद बीए में एडमिशन लिया और MPPSC की तैयारी शुरू कर दी.
Lokesh Sahu MPPSC Topper: कोविड में आईं मुश्किलें
लोकेश की जिंदगी में मुश्किलें पहले भी कम नहीं थी. लेकिन कोविड के दौरान, उन्हें बहुत सारी परेशानी का सामना करना पड़ा. कोविड के दौरान घर आना पड़ा और पढ़ाई पर कुछ महीनों का ब्रेक भी लग गया.
MPPSC Success Story: चौथे प्रयास में पाई सफलता
लोकेश साल 2020 से लगातार 3 बार परीक्षा क्रैक करके इंटरव्यू में पहुंचें लेकिन हर बार असफलता हाथ लगी. हालांकि, अपनी कमजोरियों पर काम करके उन्होंने चौथे प्रयास में सफलता हासिल कर ली. लोकेश ने चौथे प्रयास में MPPSC 2023 में रैंक 4 हासिल की.
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