Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण में थोड़ा सुधार तो हुआ है, लेकिन अब भी यह खराब श्रेणी में बना हुआ है. गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 234 दर्ज किया गया. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वाहनों से होने वाला उत्सर्जन और पड़ोसी शहरों से होने वाला प्रदूषण राजधानी के वायु प्रदूषण में महत्वपूर्ण योगदान देना जारी रखे हुए है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 234 रहा, जो खराब श्रेणी में है, जबकि एक दिन पहले इसी समय यह 271 दर्ज किया गया था.
10 केंद्रों में AQI 200 से नीचे
दिल्ली में मंगलवार को शाम चार बजे वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना हुआ था. एक्यूआई 412 दर्ज किया गया था. ऐसे में बुधवार को गुरुवार को 271 और 234 अहम सुधार दर्शा रहा है. शहर में कार्यरत 40 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 10 केंद्रों ने एक्यूआई 200 से नीचे मध्यम श्रेणी में दर्ज किया. लोधी रोड, आईआईटी-दिल्ली, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और आया नगर शामिल हैं, जबकि 27 केंद्रों में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज किया गया.
इन दो इलाकों में वायु गुणवत्ता सबसे खराब
जहांगीरपुरी और बवाना स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई, जहां एक्यूआई का स्तर 300 से ऊपर रहा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक वायु गुणवत्ता प्रबंधन के आंकड़ों से पता चला है कि बुधवार को दिल्ली में प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले धुएं ने सबसे ज्यादा योगदान दिया था, यह 18.5 फीसदी था. वायु प्रदूषण बढ़ाने में उद्योगों (9.5 फीसदी), निर्माण गतिविधियों (2.5 फीसदी) और अपशिष्ट जलाने (1.6 फीसदी) का योगदान रहा.
Also Read: 25-26-27-28-29-30 दिसंबर तक छाएगा घना कोहरा, आईएमडी ने जारी इन राज्यों के लिए कोल्ड अलर्ट










