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जीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों ने कैंटीन में घुस जीविका दीदियों व कर्मी को पीटा, मरीजों की रसोई बंद

Prabhat Khabar
22 Dec, 2025
जीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों ने कैंटीन में घुस जीविका दीदियों व कर्मी को पीटा, मरीजों की रसोई बंद

जीएमसीएच में सोमवार को जूनियर डॉक्टरों और जीविका दीदी की रसोई में कार्यरत महिलाओं के बीच खाने को लेकर विवाद हुआ.

बेतिया. जीएमसीएच में सोमवार को जूनियर डॉक्टरों और जीविका दीदी की रसोई में कार्यरत महिलाओं के बीच खाने को लेकर विवाद हुआ. देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया. इस घटना में करीब आधा दर्जन जीविका दीदियां घायल हो गईं. उन्हें जीएमसीएच में ही भर्ती कर इलाज कराया जा रहा है. वहीं रसोई के अन्य स्टाफ भी चोटिल हुए हैं. घायल जीविका दीदियों का आरोप है कि इंटर्न डॉक्टर रसोई में भोजन करने पहुंचे थे. दही व आमलेट का ऑर्डर दिया था. भोजन तैयार होने के बाद दही लेने से इनकार कर दिया गया. इसी बात को लेकर रसोई में कार्यरत सिद्धार्थ ने एक साथ ऑर्डर देने की बात कही, जिस पर डॉक्टर ने आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया. इसके बाद कहासुनी बढ़ गई और कथित तौर पर डॉक्टर ने रसोई स्टाफ के साथ मारपीट शुरू कर दी. घटना के बाद आक्रोशित जीविका दीदियों ने संबंधित डॉक्टर को पकड़कर अधीक्षक के पास ले जाने का प्रयास किया.आरोप है कि इसी दौरान अन्य इंटर्न डॉक्टरों को बुला लिया गया. इसके बाद रसोई पर हमला किया गया. महिलाओं के साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई, यहां तक कि कई जीविका दीदियों के गहने और मंगलसूत्र तक टूट गए. इसके विरोध में जीविका दीदी की रसोई को बंद कर दिया गया है.

इधर अस्पताल अधीक्षक डॉ सुधा भारती ने बताया कि इंटर्न डॉक्टरों और जीविका दीदी की रसोई के बीच भोजन को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद कहासुनी और मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गई. उन्होंने बताया कि इस घटना को लेकर जीविका दीदियों ने डीपीएम कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है. इसके बाद जीएमसीएच के प्रिंसिपल कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई. इसमें घटना की समीक्षा की गई और दोषी पाए जाने वाले इंटर्न डॉक्टरों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई देने पर चर्चा हुई है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.

कोट.

मामला मेरे संज्ञान में आया है. मामले की जांच के लिए निर्देश दिए हैं. जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.

तरनजोत सिंह, डीएम पश्चिम चंपारण

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