समयपूर्व जन्म लेने वाले नवजात का वार्ड में होता है निःशुल्क इलाज
लखीसराय. जब मां एक स्वस्थ्य नवजात को जन्म देती हैं तो जन्म देने वाली मां के साथ पूरा परिवार खुशियां मनाता है, पर जब कोई नवजात समय से पूर्व जन्म लेता है तो उस मां के साथ पूरा परिवार इस सोच में पड़ जाता है कि कैसे अपने नौनिहाल को स्वस्थ्य जीवन प्रदान करें. ताकि वो नवजात उनके अरमान को पूरा करने वाला सहारा बन सके. ऐसे ही बच्चे को नया जीवन देने के लिए राज्य के हर जिला अस्पताल एवं उप -जिला अस्पताल में एसएनसीयू वार्ड की स्थापना की गयी है.सिविल सर्जन डॉ उमेश प्रसाद सिंह कहते है की इस वार्ड में नवजात का निःशुल्क इलाज किया जाता है. इस इकाइ में प्रमुख सर्जरी व वेंटिलेशन को छोड़कर समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात के लिए सभी तरह के इलाज किये जाते हैं.सीएस ने बताया की यहां प्रशिक्षित चिकित्सक व नर्सों के द्वारा नवजात की 24 घंटे देखभाल की जा रही है. इस इकाइ की स्थापना का एक मात्र उदेश्य ही है की शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके. इसलिए वे जिले के सभी धात्री व समय-पूर्व जन्म लेने वाली मताओं से कहना चाहेंगे कि अगर उनका बच्चा समय-पूर्व जन्म लेता है तो वो अपने जिला स्थित एसएनसीयू (सिक न्यू बार्न केयर यूनिट) में जरूर भर्ती करवायें. ताकि उनके बच्चे का हरसंभव इलाज कर नयी जीवन देने की हर कोशिश की जाय. जिला स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रबंधक सुधाशुं नारायण लाल ने बताया की समय से पूर्व जन्म लेने वाले बच्चे के लिए एसएनसीयू वाकई वरदान है, क्योकिं जो सुविधा यहां निःशुल्क मिल रहा है. उसके लिए निजी अस्पताल जो छोटे शहरों में हैं उसमे एक दिन में लगभग सात हजार रुपये खर्च करना पड़ता है. वहीं अगर हम बड़े शहरों में एक दिन का खर्च 50 से 60 हजार रुपये खर्च करना पड़ जाता है. उन्होंने बताया की साथ ही एसएनसीयू में जन्म से लेकर 28 दिनों तक के ऐसे नवजात को भर्ती किया जाता है, जो बर्थ-एस्फिक्सिया, प्री-म्यच्योरिटी (समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात), न्यू नेटल जॉन्डिस एवं सेपसिस परेशानी से पीड़ित रहते हैं. ऐसे बच्चों को दवाई से लेकर समुचित इलाज की पूरी तरह निशुल्क सुविधा यहां उपलब्ध करायी जाती है.
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