Rourkela News: हमारा समाज बुजुर्गों के प्रति किस कदर संवेदनहीन व गैरजिम्मेदार होता जा रहा है इसका ताजा संजीव दास हैं. भुवनेश्वर निवासी संजीव दास (70) हैं. जिनसे इलाज कराने के नाम पर दो युवकों ने जहां एक ओर दस हजार रुपये ठग लिये वहीं परिवार में कोई साथ देने वाला नहीं होने की वजह से अस्पताल में भी इलाज कराने में कठिनाई हो रही है. स्थिति यह है कि पुलिस इस थाने से उस थाने को सूचित कर अंतत: उनकी बहन के पास कटक भेजने की व्यवस्था कर रही है.
पुलिस की मदद से राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया
पीड़ित बुजुर्ग के मुताबिक वे भुवनेश्वर में रहते हैं. उनकी कोई संतान नहीं है. पत्नी का कुछ दिन पहले निधन हो चुका है. बीमार होने पर लोग उन्हें ऑपरेशन और अच्छे इलाज का वादा करके राउरकेला ले आये, लेकिन उनसे दस हजार रुपये लेकर फरार हो गये. जानकारी मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ता मानस नायक ने 15 दिसंबर को पुलिस से संपर्क किया. उसी शाम पुलिस की मदद से बुजुर्ग को राउरकेला सरकारी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन परिवार का कोई सदस्य न होने के कारण बुजुर्ग के इलाज में बाधा आयी.
बुजुर्ग को बहन के पास कटक भेजने की हो रही तैयारी
बुजुर्ग से प्राप्त पते के आधार पर शनिवार को पुलिस ने संबंधित पुलिस स्टेशन को सूचना दी.सामाजिक कार्यकर्ता मानक नायक के अनुसार, बुजुर्ग की बहन, जो कटक के सुथाहाट में रहती है, बार-बार उनसे अपने पास ले आने की गुहार लगा रही है. इस संबंध में रघुनाथपाली थाना को सूचना दे दी गयी है. रघुनाथपाली थाना के अधिकारी राजेंद्र स्वांई ने बताया कि बुजुर्ग के पते के आधार पर वहां की पुलिस को सूचित कर दिया गया है. उन्हें कटक भेजने की व्यवस्था की जा रही है.
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