Rourkela News :
देश के वामपंथी दलों ने मनरेगा में केंद्र सरकार द्वारा किये गये बुनियादी बदलावों के विरोध में सोमवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया. इसे लेकर राउरकेला में सीपीआइ, सीपीएम, सीपीआइ(एमएल) की सुंदरगढ जिला कमेटी कमेटी ने उदितनगर स्थित पानपोष उप-जिलापाल कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन में सीपीएम के जिला सचिव मंडली सदस्य जहांगीर अल्ली, विमान मैती, श्रीमंत बेहरा, सुरेंद्र दाश, राज किशोर प्रधान, जिला कमेटी सदस्य बीपी महापात्रा, हृदयानंद यादव, अजय शर्मा, लक्ष्मीधर नायक, विश्वजीत माझी, अरु दास, बिनय बेहुरिया, बुधनी मुंडारी, सीपीआइ जिला सचिव प्रदोष मोहंती, सदानंद साहू, रमेश सेठी, दसारू किशन, कैलाश नायक, चंद्रभानु दास, भागीरथी टुडू शामिल हुए. सीपीआइ (एमएल) लीडर राजा मुना ने कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने 2005 में लागू ‘महात्मा गांधी नेशनल रूरल एम्प्लॉयमेंट गारंटी एक्ट’ (मनरेगा) के बेसिक कैरेक्टर को बदलने का फैसला किया है. केंद्र सरकार मनरेगा की जगह जो नया ‘विकसित भारत – रोज़गार गारंटी और आजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल-2025 (वी-जीराम-जी बिल) लायी है, उसके विरोध में देश भर की सभी लेफ्ट पार्टियां एक साथ आ गयी हैं, क्योंकि यह मोदी सरकार का देश के गरीब और भूखे लोगों के खिलाफ एक और फैसला है. नयी स्कीम का प्रोविजन, जो सरकार को खेती के पीक सीज़न के दौरान 60 दिनों तक रोजगार रोकने की इजाज़त देता है, ग्रामीण परिवारों को उनकी सबसे बड़ी ज़रूरत के समय काम से दूर कर देगा और उन्हें जमींदारों पर निर्भर होने के लिए मजबूर कर देगा. इस स्कीम से फायदा उठाने वाले गांव के लोगों तक स्कीम से जुड़े प्रोग्राम की पहुंच कम करना और केंद्र सरकार की जवाबदेही को कमजोर करना. विरोध प्रदर्शन में माकपा नेता प्रभात मोहंती, अरुण महाराणा, अजीत एक्का, दिवाकर महाराणा, सुधांशु जेना, अनादि साहू, संबित स्वांई, शांति मिंज, अशोक दास, सीपीआइ नेता अपर्णा राउतराय, अजय बारा, राम किशन, भाग्यधर राउत, पंचानन सुना, एन.के. राउतराय, प्रमोद परिडा, जे घोष, शुभेंदु मोहंती व अन्य शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है





