दुर्गापुर. रविवार को सनातनी ओइक्या मंच की ओर से शहर के बेनाचिति स्थित पांच माथा मोड़ पर विरोध कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा द्वारा कथित तौर पर भगवान श्री रामचंद्र को मुसलमान कहे जाने के आरोप पर उनके खिलाफ नारेबाजी की गयी. साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर बांग्लादेश की युनुस सरकार के खिलाफ भी विरोध जताया गया. प्रदर्शन के दौरान आधे घंटे तक सड़क जाम कर विरोध किया गया.
भाजपा नेताओं की मौजूदगी
कार्यक्रम में भाजपा के जिला संयोजक व प्रवक्ता सुमंत मंडल, जिला महासचिव अभिजीत दत्ता सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. सुमंत मंडल ने कहा कि मदन मित्रा ने भगवान श्री रामचंद्र को लेकर जो टिप्पणी की है, उसके लिए पहले उनका विधायक पद समाप्त किया जाना चाहिए और फिर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
बांग्लादेश में हिंसा का मुद्दा
प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की बेरहमी से हत्या का मुद्दा भी उठाया गया. वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश हो या पश्चिम बंगाल, दोनों ही जगहों पर हिंदू अस्मिता के साथ खिलवाड़ हो रहा है और हिंदुओं पर अत्याचार किये जा रहे हैं.
वायरल वीडियो से बढ़ा विवाद
बताया गया कि तृणमूल विधायक मदन मित्रा का एक वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की राजनीति में तीखी बहस शुरू हो गई है. वीडियो में वे श्री रामचंद्र को मुसलमान बताते हुए टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं. भाजपा के जिला महासचिव अभिजीत दत्ता ने आरोप लगाया कि कमरहाटी से विधायक के इस बयान से हिंदू धर्म और धार्मिक मान्यताओं का घोर अपमान हुआ है.
आंदोलन तेज करने की चेतावनी
अभिजीत दत्ता ने कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए चुप्पी साधे हुए है, लेकिन हिंदू अस्मिता के साथ खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रतीकात्मक विरोध है और यदि हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हुई तो आगे बड़ा आंदोलन किया जायेगा.
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