Bihar Ayushman Card: बिहार में गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का मजबूत कवच बन चुकी आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (एमएमजेएवाई) ने बड़ा विस्तार हासिल किया है. राज्य सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के डेटाबेस के आधार पर पात्र परिवारों को हर साल पांच लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज का लाभ दे रही है.
अब तक इतने लोगों को मिला फायदा
इसके साथ ही जो परिवार एबी-पीएमजेएवाई से जुड़े नहीं हैं, उन्हें मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत वही लाभ दिया जा रहा है. बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के आंकड़ों के अनुसार अब तक करीब 1.68 करोड़ परिवारों को योजना के दायरे में लाया जा चुका है. इसके तहत 4.13 करोड़ पात्र लाभार्थी आयुष्मान कार्ड से जुड़ चुके हैं.
आयुष्मान वय वंदना कार्ड भी जारी
खास बात यह है कि वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता देते हुए 70 वर्ष से अधिक वर्ष के 3.61 लाख पात्र लोगों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड जारी किया जा चुका है. योजना की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि अब तक 27.60 लाख से अधिक लाभार्थियों को 3941.22 करोड़ रुपये का फ्री में इलाज उपलब्ध कराया गया है. यह इलाज राज्य ही नहीं बल्कि देशभर के कई सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस व्यवस्था के तहत हुआ है. इससे गरीब परिवारों को इलाज के दौरान कर्ज और आर्थिक संकट से बड़ी राहत मिली है.
बिहार में अस्पताल नेटवर्क को किया जा रहा मजबूत
समिति की रिपोर्ट के मुताबिक इलाज की पहुंच बढ़ाने के लिए बिहार में अस्पताल नेटवर्क को भी लगातार मजबूत किया गया है. वर्तमान में 433 सरकारी और 725 निजी अस्पताल यानी कुल 1138 अस्पताल आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध है. इससे जिला स्तर से लेकर बड़े शहरों तक मरीजों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा मिल रही है.
इलाज की राशि भी बढ़ाई गई
बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति की तरफ से कई बीमारियों में इलाज की राशि भी बढ़ा दी गयी है. अब किडनी की पथरी की सर्जरी की राशि को 35 हजार से बढ़ाकर 46 हजार, गॉल ब्लैडर सर्जरी की राशि को 22 हजार से बढ़ाकर 32 हजार और अन्य सर्जिकल पैकेज में 35 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की गयी है.





