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Owaisi In Bihar: "कब तक सहेगा देश...?", बिहार में खुले मंच से औवैसी ने पाकिस्तान को दी चुनौती

Prabhat Khabar
5 May, 2025
Owaisi In Bihar: "कब तक सहेगा देश...?", बिहार में खुले मंच से औवैसी ने पाकिस्तान को दी चुनौती

Owaisi In Bihar: मोतिहारी के ढाका से AIMIM के प्रमुख असद्दुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को आरे हाथों लिया. औवेसी ने कहा कि कब तक पाकिस्तानी दहशतगर्दों के हाथों अपनी बहन-बेटियों को विधवा होते देखेंगे. इसके अलावा उनहोंने ढाका से अपनी पार्टी के उम्मीदवार के नाम की भी घषणा की है. पढ़ें पूरी खबर…

Owaisi In Bihar: बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होना है. इसको लेकर तमाम पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है. नेताओं का बिहार आना-जाना लगा है. इसी क्रम में रविवार को AIMIM सुप्रीमो और सांसद असदुद्दीन ओवैसी मोतिहारी के ढाका पहुंचे, जहां के उच्च विद्यालय के ग्राउंड में उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि ये वक्त पाकिस्तान को समझाने का नहीं बल्कि माकूल जवाब देने का है. कब तक पाकिस्तानी दहशतगर्दों के हाथों अपनी बहन-बेटियों को विधवा होते देखेंगे. पहलगाम आतंकी हमले से पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ नफरत और गुस्से का माहौल है. इसके अलावा इसी मंच से औवैसी ने बिहार विधानसभा चुनाव में ढाका विधानसभा से राणा रंजीत सिंह को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की.

देश कब तक सहता रहेगा?

ओवैसी ने अपने संबोधन में कहा कि हम देश की हुकूमत से मांग करते हैं कि एक मजबूत एवं ठोस कार्रवाई कर इसके जिम्मेवार लोगों को सख्त सजा दे. हमारी पार्टी भारत सरकार को पूरा समर्थन देगी. पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 बेकसूर लोगों की उनके बच्चे और पत्नियों के आंखों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी. इनमें ऐसे भी लोग शामिल थे, जिनकी छह दिन पहले शादी हुई थी. 26/11 की घटना हो या फिर कोई और आतंकी घटना, देश कब तक सहता व देखता रहेगा. देश में अभी गम और तकलीफ का माहौल है. ऐसे समय में जो लोग नफरत व जहर फैला रहे हैं देश उन्हें माफ नहीं करेगा. सांसद ने पहलगाम हमले में मारे गए सभी 26 लोगों को शहीद का दर्जा देने की मांग की. 

वक्फ कानून को बताया काला कानून

इसके साथ ही वक्फ कानून को काला कानून बताते हुए केंद्र सरकार की जमकर निंदा की. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार मुसलमानों से नफरत की बुनियाद पर यह काला कानून लायी है. इस कानून के द्वारा हमारे मजिस्द, कब्रिस्तान, इदगाह, मजार, खानकाह, धार्मिक शैक्षणिक संस्थानों को हमसे छीन लिया जाएगा. इस कानून से मुसलमानों को कोई फायदा नहीं. जब तक यह कानून वापस न हो इसका पुरजोर विरोध करना है. इस काले कानून को संसद से पास कराने वाले सहयोगी दल को आनेवाले चुनाव में सबक सिखाना है. कहा, मैं पूछना चाहता हूं कि 15 वर्ष के लालू यादव तथा 20 वर्ष के नीतीश कुमार के शासन काल में ऐ… गरीबों तुम्हें क्या हासिल हुआ. तुम्हारे वोट से उनके महल आबाद हुए.

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