नवगछिया विकास समिति एवं बाल भारती विद्यालय परिवार के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को माता बिहुला विषहरी की धरोहर और तुलसी पूजन दिवस पर बाल भारती विद्यालय परिसर में “अपनी संस्कृति-अपनी पहचान” विषय पर भव्य परिचर्चा सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर नवगछिया नगर क्षेत्र एवं आसपास की समाजसेवी, स्वयंसेवी एवं कल्याणकारी संस्थाओं द्वारा समाजहित में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए 63 संस्थाओं के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों को परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज द्वारा अंगवस्त्र, मोमेंटो, स्वरचित श्रीदुर्गा चरित मानस एवं कोरोनाकालीन अंतरराष्ट्रीय साहित्य संचयन पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्यों द्वारा स्वस्तिवाचन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ. दीप प्रज्वलन में परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के साथ विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पवन कुमार सर्राफ, उपाध्यक्ष अजय कुमार रुंगटा, डॉ बी एल चौधरी, सचिव अभय प्रकाश मुनका, सह सचिव प्रवीण केजरीवाल, प्राचार्य नवनीत सिंह, उलूपी झा, मनु शेखर, प्राचार्य कौशल किशोर जायसवाल सहित शिव शक्ति योगपीठ के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं समाजसेवी उपस्थित रहे. कार्यक्रम में आकाशवाणी के प्रसिद्ध गायक बलवीर सिंह बग्घा ने भावपूर्ण गुरु वंदना प्रस्तुत की. विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत स्वागत गान एवं तुलसी माता के गुणगान ने उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया. आगमानंद जी महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि बाल भारती विद्यालय नवगछिया की एक गौरवशाली धरोहर है, जहां सम्यक, व्यवहारिक एवं व्यावसायिक शिक्षा को सुव्यवस्थित ढंग से प्रदान किया जा रहा है. उन्होंने महासती बिहुला के चरित्र, उनके त्याग और पराक्रम की चर्चा करते हुए माता तुलसी के धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला. कार्यक्रम संयोजक मुकेश राणा ने आयोजन को नवगछिया के सांस्कृतिक इतिहास का एक ऐतिहासिक क्षण बताया. कार्यक्रम में चन्द्रगुप्त साह, संजीव भगत, डॉ अनंत विक्रम, मंटू साहू, श्रीधर महाराज, संतोष गुप्ता, पंकज कुमार भारती, नीरज कुमार, कुन्दन सिंह, पुरुषोत्तम कुमार, शरद योगी, अनीश यादव, अजय जायसवाल आदि मौजूद थे.
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